3 भारतीय संभाल रहे ISIS का मनी मैनेजमेंट, कहां है आतंकी ATM?
बेंगलुरु। ISIS हों या अल कायदा और या फिर इंडियन मुजाहिदीन ये सभी अपने मंसूबों में इसीलिये कामयाब हो रहे हैं, क्योंकि इनके पास जमकर पैसा आ रहा है। आप यह सुनकर हैरान हो जायेंगे कि आईएसआईएस का मनी-मैनेजमेंट तीन भारतीय कर रहे हैं। जाहिर है अगर मनी है तो एटीएम भी होगा और यह एटीएम कहां है और कैसे काम करता है, यह हम आगे आपको बताने जा रहे हैं।
एक एटीएम ऐसा है, जो इन आतंकियों के लिये बेशुमार दौलत उगल रहा है। वो है कतर। जी हां कतर वो देश हैं, जहां से दुनिया भर के आतंकी संगठनों तक धन पहुंचाया जाता है। और यह भारत के लिये बड़ी चिंता का विषय भी बन गया है।
किस-किस के पास पहुंचता है धन
-
कतर
से
भारी
मात्रा
में
धन
प्राप्त
करने
वाले
संगठनों
में
सबसे
ऊपर
लश्कर
ए
तैयबा
है।
-
अब
कतर
में
खाता
खोला
है
ISIS
की
अफगानिस्तान
इकाई
अल-खोरासां
ने।
- मनी मैनेजमेंट के पीछे सुलतान अरमार का हाथ, जिसे खोज रहा है भारत।
तीन भारतीय कर रहे आईएसआईएस का मनी मैनेजमेंट
आईएसआईएस ने तीन भारतीयों को यूनाइटेड अरब एमिरात में नियुक्त किया है, जिनका काम है आईएसआईएस का मनी-मैनेजमेंट करना। ये वो लोग हैं, जिन्हों इंडियन मुजाहिदीन ने स्पेशल मिशन पर भारत से भेजा है। हालांकि ऐसी ही एक टीम लश्कर-ए-तैयबा का मनी-मैनेजमेंट करती है।
कैसे आतंक की तिजोरी तक पहुंचता है धन?
पहले बहुत सारा धन साउदी अरब से पाकिस्तान व भारत ट्रांसफर होता था। लेकिन अब सुरक्षा कड़ी किये जाने की वजह से यह पैसा भारत-पाकिस्तान लाने के बजाये कतर भेजा जाता है। कतर में एक मकान के अंदर पैसा रखा जाता है।
उसके बाद किश्तों में हवाला चैनल के माध्यम से उसे भारत और पाकिस्तान लाया जाता है। अमेरिका ने हाल ही में आशंका जताई थी कि कतर से कई मिलियन डॉलर आतंकियों को पहुंचाये गये हैं। अब ज्यादातर पैसा आईएसआईएस के पास जा रहा है। इससे पहले कतर से निकलने वाला ज्यादातर पैसा अल-कायदा के पास जाता था।
महत्वपूर्ण बातें एटीएम के बारे में
-
भारतीय
खुफिया
एजेंसियां
इस
बात
का
पता
लगाने
में
जुटी
हुई
हैं
कि
कौन-कौन
लोग
आईएसआईएस
ज्वाइन
करने
की
फिराक
में
हैं।
-
भारतीयों
के
लिये
यह
आसान
हो
गया
है
क्योंकि
उनके
लिये
अफगानिस्तान
में
प्रवेश
करना
आसान
है,
बजाये
इसके
कि
वे
सीरिया
या
इराक
में
जाक
रहें।
-
खुफिया
विभाग
उन
पर
भी
पैनी
नजर
बनाये
हुए
हैं,
जो
दान
के
नाम
पर
पैसा
बाहर
भेज
रहे
हैं।
-
भारत
चाहता
है
कि
कतर
और
साउदी
में
सरकारें
इस
पैसे
के
हेर-फेर
को
रोके,
अन्यथा
ये
संगठन
ऐसे
ही
फलते-फूलते
रहेंगे।
- असल में अगर आतंकवाद को खत्म करना है, तो सबसे पहले उनके इस एटीएम पर नियंत्रण कसना होगा।
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