कोरोना का खौफ: इस प्रसिद्ध मंदिर में कोरोना देवी की बनाई गई मूर्ति, इस मान्यता के कारण कर रहे लोग पूजा
चेन्नई, 19 मई: कोरोना महामारी की दूसरी लहर में हर कोई भयभीत है। कोरोना वायरस से बचने के लिए इंसान वो सारे प्रयास कर रहा है। वहीं तमिलनाडु के प्रसिद्ध मंदिर में लोग कोरोना देवी की मूर्ति बनाकर उसकी सुबह शाम विधि-विधान से पूजा कर रहे हैं। ये मंदिर तमिलनाडु के कोयंबटूर में कामचीपुरी अधिनाम का मंदिर है जहां कोरोना देवी को मूर्ति के रूप में आकृति देकर पूजा रही है।
बता दें मंदिर के अधिकारियों ने घातक कोरोनावायरस के प्रकोप के मद्देनजर लोगों को कोविड -19 से बचाने के लिए समर्पित एक 'कोरोना देवी' बनाने और पवित्र करने का फैसला किया है।अधिनाम के प्रभारी शिवलिंगेश्वर ने कहा कि लोगों को विपत्तियों और बीमारियों से बचाने के लिए देवताओं को बनाने की प्रथा रही है।
तमिलनाडु में हैं ये है मान्यता
तमिलनाडु में, ऐसे कई देवता हैं, उदाहरण के लिए, कोयंबटूर में प्लेग मरिअम्मन मंदिर। लोगों का मानना था कि देवताओं ने अतीत में प्लेग और हैजा के प्रकोप के दौरान नागरिकों की रक्षा की थी। कोरोनावायरस संकट के मद्देनजर, कामचचीपुरी अधिनाम ने 48 दिनों के लिए मूर्ति बनाने और विशेष पूजा करने के लिए ग्रेनाइट का उपयोग करने का निर्णय लिया है। महायज्ञ आयोजित किया जाएगा, जिसके दौरान लोगों को मंदिर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति नहीं होगी।
तमिलनाडु में लगाया गया है सख्त लॉकडाउन
पिछले हफ्ते, तमिलनाडु सरकार ने घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंधों की घोषणा करके राज्य में तालाबंदी सख्त कर दी है। नए लॉकडाउन मानदंडों के तहत, केवल किराने का सामान, सब्जियां, मांस और मछली बेचने वाली दुकानों को सुबह 6 बजे से सुबह 10 बजे तक संचालित करने की अनुमति होगी।भारत ने पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस के 2,67,334 नए मामले दर्ज किए, जिससे सक्रिय केसलोएड 32,26,719 हो गया।