विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने फिर किया कमाल का काम
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाने वाले शख्स का नाम गोपाल दास है। वह करीब दो साल पहले सऊदी अरब में नौकरी करने के लिए गया था।
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहने वाली भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एक बार फिर से कमाल का काम किया है। त्रिपुरा के एक 34 वर्षीय शख्स ने विदेश मंत्री से मदद की गुहार लगाई थी। ट्वीट के जरिए उस शख्स ने विदेश मंत्री से कहा कि सऊदी अरब में उसके एम्प्लॉयर उसके साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं और वह अपने घर वापस लौटना चाहता है।
सऊदी से शख्स ने लगाई मदद की गुहार
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाने वाले शख्स का नाम गोपाल दास है। वह करीब दो साल पहले सऊदी अरब में नौकरी करने के लिए गया था, जहां उसके साथ ठीक से व्यवहार नहीं किया गया। आखिरकार विदेश मंत्री से सुषमा स्वराज ने मदद की और गोपाल दास आखिरकार वापस भारत आने में सफल रहे।
त्रिपुरा वापस पहुंचे गोपाल दास
बताया जा रहा है कि दक्षिणी त्रिपुरा के बारपथरी इलाके में रहने वाले गोपाल दास सऊदी अरब में नौकरी करने के लिए गए थे। उन्होंने बताया कि करीब 6 महीने से उन्हें सैलरी नहीं मिली है। इसकी मांग करने पर उनके साथ गलत व्यवहार भी कंपनी के अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है। गोपाल दास ने कहा कि आखिरकार उन्होंने खुद को बचाने के लिए गैरेज में शरण ले रखी है। इस मामले की जानकारी उन्होंने अपनी पत्नी और बच्चों को दी।
दो साल से सऊदी अरब में थे गोपाल दास
त्रिपुरा में रह रही उनकी पत्नी ने मामले की जानकारी स्थानीय बीजेपी नेता रंजीत सरकार को दी। उन्होंने इस मामले की जानकारी पार्टी मीडिया सेल के संयोजक को दी। मीडिया सेल के संयोजक रसेल सिन्हा ने सुझाव दिया कि गोपाल दास सऊदी से अपनी स्थिति को बताते हुए वीडियो शेयर करें और प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाएं।
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हैं सुषमा स्वराज
31 अगस्त को गोपाल दास का वीडियो रसेल सिन्हा ने ट्वीट किया, जिसमें सुषमा स्वराज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य को टैग किया गया। इसके बाद रियाध में भारतीय दूतावास ने रसेल सिन्हा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी और गोपाल दास का फोन नंबर मांगा। वीडियो कंटेट की जांच के बाद गोपाल दास से दूतावास ने संपर्क किया और उन्हें वापस भारत भेजा गया। बता दें कि सुषमा स्वराज जिन्हें ट्विटर करीब 9 मिलियन लोग फॉलो करते हैं। विदेश में फंसे लोग पहले भी कई बार उनसे मदद मांगते रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने बड़ी संख्या में लोगों की मदद के लिए ट्विटर सेवा की शुरुआत की थी।