सुशांत के शव से नहीं लिया गया नाखून और उंगलियों से सैंपल, फारेसिंक टीम ने क्या जानबूझ कर की ये गलती
सुशांत के शव से नहीं लिया गया नाखून और उंगलियों से सैंपल, फारेसिंक टीम ने क्या जानबूझ कर की ये गलती
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस एक बड़ी मिस्ट्री बनाता जा रहा है। सुशांत मौत केस में बिहार पुलिस की एंट्री के बाद से हर दिन चौका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। हालांकि अब बिहार सरकार की सिफारिश पर ये मामाला अब सीबीआई जांच के लिए सौंप दिया गया है लेकिन पहले मुंबई पुलिस की इस केस को लेकर की गई जांच में कई कमियां उजागर हुई वहीं अब फारेसिंक टीम की एक बड़ी गलती सामने आई है। खबरों के अनुसार मुंबई के कूपर अस्पताल में फोरेंसिक सर्जन ने एक्टर सुशांत के शव की उंगली और नाखूनों से जुड़े सैंपल नहीं लिए थे। अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि फारेसिंक टीम ने इतनी बड़े केस में जानबूझ कर गलती की या कुछ और भी छिपाने की कोशिश कर रही है।
फारेंसिंक डाक्टर ने की ये बड़ी भूल
बता दें एक्टर सुशांत ने 14 जून को अपने कमरे में पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी थी। लेकिन मुंबई पुलिस के अनुसार एक्टर के कमरे में कोई भी सुसाइट नोट नहीं मिला था। जिस कारण शुरुआत से ये भी शक व्यक्त किया जा रहा है कि सुशांत सिंह ने आत्महत्या नहीं बल्कि उनका मर्डर किया गया है। बता दें फारेंसिंक डाक्टर ने एक्टर के शव की अंगुलियों और नाखून से सैंपल नहीं लिया वो कोई मामूली भूल नहीं है। वह सैंपल सुशांत सुसाइड केस में अहम साबित हो सकते थे। उनसे बड़ा खुलासा हो सकता था। इस सैंपल से जांच की जा सकतीथी कि उनके नाखूनों या अंगुलियों में धूल के कण मौजूद थे या नहीं।
सुशांत सिंह राजपूत मौत केस में सुशांत के कुक ने दिया ये दिया ये बड़ा बयान
सैंपल संकेत दे सकता था कि ...
मिड डे में को दिए एक साक्षात्कार में फारेंसिंक एक्सपर्ट ने कहा कि ये टीम की बड़ी गलती है अगर ये सैंपल लिया गया होता तो इस सैंपल संकेत दे सकता था कि क्या सुशांत की उंगलियों पर सीलिंग फैन से धूल के कण मौजूद थे। इससे सुसाइड को लेकर कई अस्पष्टता साफ हो सकती थी क्योंकि पंखे में फंदा लगकाने के लिए एक्टर ने पंखा टच जरुर किया होगा।
जानिए इस सैंपल से क्या हो सकता था बड़ा खुलासा
फोरेंसिक सर्जन के अनुसार धूल के कण फांसी पर लटकने के लिए इस्तेमाल होने वाले कपड़े, सीलिंग फैन और उंगलियों पर होते हैं। सभी पर धूल के कणों का प्रकार केस में बड़ा हिंट दे सकता है। इतना ही नही अगर उंगलियों पर धूल नहीं होती, तो जिस कपड़े से फांसी लगाई उस पर और पंखे पर धूल के कण जरूर होता है । दावा किया जा रहा है कि मुंबई पुलिस की टीम ने किसी भी पुलिस सर्जन से संपर्क नहीं किया। जब फोरेंसिक टीम ने दौरा किया तो 16 जुलाई को कोई फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ भी मौजूद नहीं था।
अब केस की बागडोर पूरी तरह से सीबीआई के हाथ में
बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस इस मामले में जांच कर रही हैं और पुलिस ने कई लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। वहीं, सुशांत के पिता केके सिंह ओर से पटना में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के बाद बिहार पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू की थी। हालांकि, अब इस केस की बागडोर पूरी तरह से सीबीआई के हाथ में आ चुकी है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से इस केस को मुंबई पुलिस की जांच को लेकर ताबड़तोड़ चौकानें वाली लापवाही सामने आई है उससे तो सीबीआई को जांच करना असान नहीं होगा।
सीसीटीबी के मालिक ने एक्टर के निधन के दिन कैमरे चालू थे
बता दें मुंबई पुलिस पहले दिन से ये ही बयान दे रही है कि सुशांत सिंह की बिल्डिंग के उस दिन सारे सीसीटीवी कैमरे बंद थे। लेकिन रिपब्लिक भारत की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीसीटीवी के मालिक ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत के निधन के दिन उनकी बिल्डिंग में कैमरे चालू थे। पहले, यह बताया गया था कि दिवंगत अभिनेता की इमारत के आसपास लगे सीसीटीवी 13 जून और 14 जून को खराब थे। हालांकि, अब सीसीटीवी कंपनी के मालिक का कहना है कि 14-15 की दरमियान रात सीसीटीवी खराब नहीं थे। इतना ही नहीं उसमे हल्की-फुल्की कोई खराबी तक नहीं आई थी वह बिल्कुल ठीक तरह से काम कर रहे थे। मुंबई पुलिस इस मामले में कुछ छिपा रही है। सीसीटीवी कंपनी के मालिक का ये बयान काफी चौंकाने वाला है।