सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को दी चुनौती, जानिए क्या है पूरा मामला
दिल्ली, 23 जून: सुशांत सिंह राजपूत के पिता एकबार फिर से दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने पहले भी दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दी थी कि उनके बेटे के जीवन पर आधारित फिल्म बनाने से फिल्मकारों को रोका जाए। लेकिन, पहली बार में उनकी याचिका खारिज हो गई थी। अब उन्होंने बड़ी बेंच के सामने फिर से अपने परिवार और अपने दिवंगत बेटे की निजता का हवाला देकर इस तरह के प्रयासों को रोकने की गुहार लगाई है। मामले की अगली सुनवाई 25 जून को होगी, जिसमें अदालत को संबंधित फिल्म की जानकारी दी जाएगी कि वह रिलीज हुई या नहीं । बता दें कि यह मामला कथित तौर पर उनके जीवन पर आधारित फिल्म 'न्याय: द जस्टिस' से जुड़ा है।
सुशांत के पिता ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को दी चुनौती
ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट के एक पुराने आदेश को चुनौती दी है। यह आदेश इसी अदालत के सिंगल बेंच ने पारित किया था। उस आदेश में अदालत ने सुशांत सिंह राजपूत के जीवन पर बन रही प्रस्तावित फिल्मों पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी थी। सुशांत के पिता की ताजा याचिका पर अदालत के जस्टिस अनूप जयराम भंभानी और जस्टिस जसमीत सिंह की वैकेशन बेंच ने सुनवाई 25 जून तक के लिए टाल दी है और यह जानकारी मांगी है कि जो फिल्म सवालों के घेरे में है, वह 11 जून को रिलीज हुई थी या नहीं। इस मामले में याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और जयंत के मेहता अदालत के सामने पेश हुए।
सुशांत के पिता की याचिका सिंगल बेंच कर चुका है खारिज
अदालत की ओर से पूछे गए सवाल पर याचिकार्ता कृष्णा सिंह की ओर से पेश हुए वकील हरीश साल्वे ने अदालत से कहा कि उन लोगों के मुताबिक फिल्म अभी नहीं रिलीज हुई है। हालांकि, प्रतिवादियों के वकील चंदर लाल ने अदालत से कहा कि फिल्म 11 जून को ही ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। बता दें कि सुशांत के पिता की मांग है कि किसी को भी फिल्मों में उनके बेटे का नाम या उससे मिलती-जुलती कहानी के इस्तेमाल की इजाजत न दी जाए, लेकिन सिंगल बेंच ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। अब डबल बेंच उसी के खिलाफ उनकी याचिका पर सुनवाई कर रही है। मूल रूप से यह याचिका कथित तौर पर उनके जीवन पर बनी फिल्म 'न्याय: द जस्टिस' से जुड़ा है।
निजता के अधिकार के हनन का मामला
बता दें कि सुशांत के पिता ने हाल ही में एक न्यूज आर्टिकल और संबंधित खबरों के आधार पर दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। याचिका में अभिनेता की निजी जिंदगी, नाम या तस्वीरें या कैरिकेचर या लाइफस्टाइल या उसके जैसे बायोपिक या स्टोरी पर आधारित फिल्में या दूसरे वेंचर के पब्लिकेशन पर रोक लगाने की मांग की गई थी। याचिका में कहा गया था कि याचिकाकर्ता और उनके दिवंगत बेटे को भारत के संविधान के आर्टिकल 21 के तहत निजता का अधिकार या अकेले रहने का अधिकार है। उन्हें अपनी निजता की सुरक्षा, परिवार और परिवार के दिवंगत व्यक्ति की प्राइवेसी की सुरक्षा का अधिकार है। इसलिए सुशांत सिंह राजपूत के जीवन से जुड़े सच या कुछ और चाहे उनकी तारीफ में हो या उनकी जिंदगी की आलोचना पर आधारित हो कोई भी उसे पब्लिश नहीं कर सकता।
अपने फ्लैट में संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे सुशांत
बता दें कि बॉलीवुड के अभिनेता पिछले साल 14 जून को मुंबई में अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के तत्कालीन गृहमंत्री ने उनकी संदिग्ध मौत को फौरन ही सुसाइड करार दे दिया था। लेकिन, बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसकी जांच सीबीआई ने फिर शुरू की और वह अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। बीते एक साल में भी सोशल मीडिया और मेन स्ट्रीम मीडिया में उन्हें न्याय दिलाने की उनकी फैंस की गुहार धीमी नहीं पड़ी है और अब उनके दोस्त और कोरियोग्राफर गणेश हिवारकर ने आरटीआई दायर करके जांच की स्थिति की जानकारी मांगी है। (तस्वीरें- फाइल)