जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने दिल्ली पहुंचे कई देशों के सैन्य कमांडर, अंतिम संस्कार में होंगे शामिल
नई दिल्ली, 10 दिसंबर: पूरा देश सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 शहीदों को नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा है। सीडीएस का पार्थिव शरीर दोपहर 2 बजे के करीब उनके आवास से दिल्ली कैंट के लिए रवाना हुआ। भारत के साथ उसके सहयोगी देशों में भी जनरल रावत को श्रद्धांजलि दी जा रही है। जिस वजह से श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर जनरल के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
जानकारी के मुताबिक जनरल शैवेंद्र सिल्वा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और श्रीलंकाई सेना के कमांडर, श्रीलंका के पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ एडमिरल रवींद्र चंद्रसिरी विजेगुनारत्ने (सेवानिवृत्त), रॉयल भूटान आर्मी के उप मुख्य संचालन अधिकारी ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और बांग्लादेश सशस्त्र बल डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल स्टाफ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल वेकर-उज़-ज़मान अपने दोस्त जनरल रावत को श्रद्धांजलि देने दिल्ली पहुंचे हैं।
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ब्रिटिश
उच्चायुक्त
ने
जताया
दुख
वहीं
ब्रिटिश
उच्चायुक्त
एलेक्स
एलिस
ने
कहा
कि
ये
अविश्वसनीय
रूप
से
दुखद
है।
वो
एक
अग्रणी
थे
क्योंकि
उन्होंने
संयुक्त
रक्षा
दृष्टिकोण
शुरू
किया,
जिसका
हम
यूके
में
पालन
करते
हैं।
उन्होंने
भारत
में
उस
दृष्टिकोण
का
नेतृत्व
किया।
वो
एक
अच्छे
सैनिक
के
साथ
एक
अच्छे
इंसान
भी
थे।
जिनको
खोना
भारत
के
लिए
दुखद
है।
उन्होंने
यूके
और
भारत
के
बीच
अच्छे
संबंध
के
लिए
बहुत
काम
किया
था।
तमिलनाडु
में
हुआ
था
हादसा
आपको
बता
दें
कि
8
दिसंबर
को
सीडीएस
रावत,
उनकी
पत्नी
और
अन्य
अधिकारी
तमिलनाडु
में
एक
कार्यक्रम
में
शामिल
होने
गए
थे।
इसी
बीच
नीलगिरी
जिले
के
पहाड़ी
इलाके
में
उनका
हेलीकॉप्टर
क्रैश
हो
गया।
जिसमें
14
लोग
सवार
थे।
इस
हादसे
में
जनरल
रावत,
उनकी
पत्नी
समेत
13
लोगों
की
मौत
हुई,
जबकि
ग्रुप
कैप्टन
वरुण
सिंह
जिंदा
बच
गए।
उनकी
हालत
गंभीर
बताई
जा
रही
और
वो
लाइफ
सपोर्ट
सिस्टम
पर
हैं।
शुरुआत
में
उन्हें
वेलिंगटन
के
सैन्य
अस्पताल
में
भर्ती
करवाया
गया
था,
लेकिन
बाद
में
उन्हें
बेंगलुरु
के
कमांड
हॉस्पिटल
शिफ्ट
कर
दिया
गया।