1986 बैच के IPS डीएम अवस्थी बने छत्तीसगढ़ के नए डीजीपी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सत्ता संभालते ही बुधवार को प्रशासन में बड़ा फेरबदल किया है। उन्होंने स्पेशल डायरेक्टर जनरल (एंटी नक्सल ऑपरेशन) डीएम अवस्थी को राज्य का नया डीजीपी नियुक्त किया है। डीएम अवस्थी अब डीजीपी के साथ साथ नक्सल ऑपरेशन, EWO और ACB का भी कमान संभालेंगे। वहीं रमन सरकार में राज्य के डीजीपी के तौर नियुक्त एएन उपाध्याय को छत्तीसगढ़ पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन (सीजीपीएचसी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
इससे पहले बुधवार को डीएम अवस्थी ने नये एसीबी चीफ का चार्ज संभाला। इसके बाद बुधवार को सरकार की ओर से जारी आदेश में डीएम अवस्थी को राज्य का नए डीजीपी के तौर नियुक्त किए जाने का ऐलान कर दिया गया। बता दें कि अवस्थी 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। डीएम अवस्थी अब डीजीपी के साथ साथ नक्सल ऑपरेशन, EWO और ACB का भी कमान संभालेंगे।
आपको याद होगा कि, शपथ ग्रहण के तुरंत बाद भूपेश बघेल ने चार IPS अफसरों को नयी जिम्मेदारियां दी थी, उनमें डीएम अवस्थी भी थे। 1988 बैच के आईपीएस मुकेश गुप्ता को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। अभी उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई है। गौरतलब है कि मुकेश गुप्ता के कार्यकाल में ही जमीन के मामले में तत्कालीन रमन सरकार ने भूपेश बघेल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू में भूपेश के साथ-साथ उनकी पत्नी और मां को तलब कर लिया गया था। इसमें पीसीसी चीफ की बड़ी किरकिरी हुई थी।
वहीं खुफिया चीफ रहे 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा को भी सरकार ने बदल दिया है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय पिल्लई को नया खुफिया चीफ बनाया गया है। पिल्लई अब तक विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशासन, प्रशिक्षण, एसटीएफ और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का काम देख रहे थे।
अशोक जुनेजा को विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशासन, प्रशिक्षण, एसटीएफ और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल बनाया गया है। गुप्ता और जुनेजा दोनों रमन सरकार के काफी करीबी और विश्वास पात्र अधिकारी माने जाते रहे हैं। 2012 के झीरम घाटी कांड के समय मुकेश गुप्ता राज्य के खुफिया चीफ थे।
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