Shraddha Case: कौन हैं वकील सीमा कुशवाहा, जिन्होंने की आफताब के मां-बाप पर FIR करने की मांग?
मूल रूप से यूपी की रहने वाली सीमा कुशवाहा का जन्म 10 जनवरी 1982 को इटावा के उग्रपुर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बलदीन कुशवाहा और माता का नाम रामकुआरी है।
Shraddha Murder Case: पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले श्रद्धा वाकर हत्याकांड के मुख्य आरोपी आफताब पूनावाला को आज वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां सुनवाई के बाद साकेत कोर्ट ने आफताब की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया है तो वहीं दूसरी ओर इस पेशी के बाद श्रद्धा के पिता विकास वॉल्कर की वकील सीमा कुशवाहा ने बड़ी बात कही है। मीडिया से बात करते हुए सीमा ने कहा कि ' ये ठीक है कि लोगों को डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने का अधिकार है, लेकिन इन डेटिंग ऐप्स पर पैनी नजर भी रखी जानी चाहिए । हो सकता है कि इनका इस्तेमाल अपराधी या आतंकवादी भी कर रहे हैं, वैसे मुझे लगता है चार्जशीट में आफताब के परिवार के सदस्यों खास तौर पर उसके मां-बाप के भी नाम होने चाहिए।'
वकील सीमा कुशवाहा सुर्खियों में
अपने इस बयान की वजह से एक बार फिर से सीमा कुशवाहा सुर्खियों में आ गई हैं। आपको बता दें कि निर्भया गैंगरोप के दोषियों को फांसी तक पहुंचाने वाली सीमा आज देश की चर्चित वकीलों में से एक हैं। इसी साल के जनवरी महीने में बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने वाली सीमा कुशवाहा का पहला केस ही निर्भया का था, जो कि लगातार 8 साल तक चला और इसके लिए उन्होंने एक चवन्नी भी निर्भया के माता-पिता से नहीं ली थी।
'वकालत केवल जीविका के लिए नहीं पढ़ा'
निर्भया के गुनाहगारों को फांसी होने के बाद सीमा ने कहा था कि 'उन्होंने वकालत केवल जीविका के लिए नहीं पढ़ा था, बल्कि वो इसके जरिए उन गरीबों और सताए गए लोगों को कानूनी रूप से न्याय दिलाना चाहती थीं, जो कि वकीलों की मोटी फीस और आर्थिक तंगी के कारण अपने हक के लिए नहीं लड़ पाते हैं।' सीमा ने कहा था कि ' निर्भया केस उनके जीवन ऐसा केस है जिसे देश और दुनिया हमेशा याद रखेगी, मुझे खुशी है कि निर्भया को न्याय मिला।'
मूल रूप से यूपी की हैं सीमा कुशवाहा
गौरतलब है कि मूल रूप से यूपी की रहने वाली सीमा कुशवाहा का जन्म 10 जनवरी 1982 को इटावा के उग्रपुर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बलदीन कुशवाहा और माता का नाम रामकुआरी है। उनके पिता बलदीन ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं।
सीमा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की
सीमा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की है। उनका पूरा नाम सीमा समृद्धि कुशवाहा है, वो बचपन से ही आईएएस बनना चाहती थीं लेकिन चारों तरफ फैले शोषण और गरीबों का दुख देखकर उन्होंने वकील बनने का फैसला किया और आज उन्हें अपने इस फैसले पर बहुत ज्यादा गर्व और खुशी है। आपको बता दें कि सीमा वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं।
लाइफ पार्टनर की जगह लिवइन पार्टनर
गौरतलब है कि श्रद्धा विकास वॉकर और आफताब अमीन पूनावाला की मुलाकात डेटिंग ऐप पर ही हुई थी, दोनों में दोस्ती हुई, प्यार हुआ और फिर दोनों ने जीवन भर साथ निभाने का वादा कर लिया। श्रद्धा के घर वाले माने नहीं तो श्रद्धा अपने प्रेमी आफताब का हाथ थामकर मुंबई से दिल्ली में आ गई, उसे लगा था कि आफताब उससे शादी करेगा और वो पूरी जिंदगी उसके साथ हंसते-हंसते गुजार देगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ,दोनों लाइफ पार्टनर की जगह लिवइन पार्टनर बन गए।
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'शरीर के 35 टुकड़े करके...फेंक दिया'
जब श्रद्धा ने आफताब पर शादी करने का दवाब बनाना शुरू किया तो उस पर जुल्म होने लग गए और एक दिन आफताब ने कथित तौर पर गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी और इसके बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े करके गुरुग्राम के जंगलों में फेंक डाला।
फांसी देने की मांग
यही नहीं शव के टुकड़े फेंकने से पहले उसने बॉडी के पार्टस को करीब तीन हफ्ते तक दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर एक फ्रिज में रखा था। श्रद्दा के पिता ने सरकार और कानून से आफताब को फांसी देने की मांग की है।