सांप-नेवले छोड़ो, बाघ को काबू में नहीं कर पाओगे, शिवसेना ने किया पलटवार
पार्टी के मुखपत्र सामना में अपने संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि बीजेपी 2014 में सत्ता में आने के बाद 'विनम्रता' भूल गई है लेकिन उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हारने के बाद 'कुछ सोचने' लगी है
नई दिल्ली। शिवसेना ने एकबार फिर से बीजेपी पर बड़ा हमला किया है। शिवसेना ने सोमवार को कहा कि 'मोदी की बाढ़' में भले ही सांप और नेवले बह गए हों लेकिन बाघ को वश में नहीं किया जा सकता। बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए शिवसेना ने कहा, '2014 के स्वर्ण युग में वह अब भी रह रही है। शिवसेना ने कहा है कि 2019 की तस्वीर बीजेपी की सोच से अलग होगी। शिवसेना ने एक बार फिर से कहा है कि वो 2019 का चुनाव अकेले लड़ेगी।
पार्टी के मुखपत्र सामना में अपने संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि बीजेपी 2014 में सत्ता में आने के बाद 'विनम्रता' भूल गई है लेकिन उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हारने के बाद 'कुछ सोचने' लगी है। इन दोनों सीटों पर 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जीत हासिल की थी। सामना के संपादकीय में कहा गया है, 'बीजेपी को मित्रों की जरूरत नहीं है। वे मजबूत और आत्मनिर्भर हैं। उनकी पंखहीन उड़ान आकाश में उड़ी और उड़ती रही। अब वे जमीन पर उतरना चाहते हैं , लेकिन उतरने के लिये कोई जगह नहीं है।' संपादकीय में कहा गया है, 'बीजेपी को स्वर्ण युग के बारे में स्वप्न देखने दें और हम उन्हें शुभकामना देते हैं।'
शिवसेना को शांत करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रयासों और प्रस्ताव के बावजूद पार्टी ने कहा है कि चुनावों में 'अकेले उतरने' की उसकी रणनीति में कोई बदलाव नहीं होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने छह अप्रैल को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भाजपा को इस बात की उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना राजग में बने रहेगी। शाह ने कहा था , 'वे (शिवसेना) अभी हमारे साथ सरकार में हैं। यह हमारी प्रबल इच्छा है कि वह हमारे साथ बने रहें।'