बाला साहब ठाकरे मेमोरियल से लौटे नारायण राणे तो शिवसेना ने दूध और गोमूत्र से किया शुद्धिकरण
मुंबई, 20 अगस्त। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मुंबई स्थित बाला साहब ठाकरे मेमोरियल का शुद्धिकरण किया है। दरअसल भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा से पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बाला साहब ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के लिए मेमोरियल गए थे, जिसके बाद शिवसेना ने इसका शुद्धिकरण किया है। नारायण राणे के मेमोरियल से जाने के बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने दूध और गोमूत्र से गुरुवार की शाम इसका शुद्धिकरण किया।
बता दें कि 2005 में शिवसेना छोड़ने के बाद नारायण राणे पहली बार बाला साहब ठाकरे मेमोरियल पहुंचे थे। नारायण राणे को 1999 में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया था जब वह शिवसेना में थे। लेकिन बाद में वह 2019 में भाजपा में शामिल हो गए और पिछली बार मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल में उन्हें मंत्री पद दिया गया है। शिवाजी पार्क में नारायण राणे ने कहा कि मेरे मंत्रालय से मैं लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए काम करूंगा। भाजपा बीएमसी चुनाव जीतेगी और इसके लिए सभी भाजपा नेता मेहनत करेंगे। राणे ने कहा कि भाजपा बीएमसी चुनाव जीतेगी और 32 वर्षों में किए गए पापों को समाप्त करेगी।
बाला साहब ठाकरे मेमोरियल स्थल पर नारायण राणे के दौरे का कई शिवेसना के नेताओं ने विरोध किया, उन्होंने कहा कि नारायण राणे का मेमोरियल पर आने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उन्होंने बाला साहब के साथ विश्वासघात किया है। शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा कि राणे के कदम से पार्टी के भीतर दरार पैदा हुई थी, जिससे बाल ठाकरे साहब को काफी दुख हुआ था। वहीं शिवसेना के विधायक सदा सर्वांकर ने कहा कि नारायण राणे को मेमोरियल जाने से रोकने के लिए पार्टी की ओर से उन्होंने कोई भी निर्देश नहीं दिया गया था।
जब नारायण राणे से पूछा गया कि क्या आपको मेमोरियल जाने से रोका गया था तो उन्होंने कहा कि लोगों की भावना का सम्मान किया जाना चाहिए खासकर कि तब जब आप श्रद्धांजलि देने के लिए आए हैं। बता दे कि नारायण राणे ने बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के बाद वीडी सावरकर को भी उनके मेमोरियल जाकर श्रद्धांजलि दी जोकि बाल ठाकरे मेमोरियल के पास ही है। जन आशीर्वाद यात्रा के पहले दिन नारायण राणे यहां पहुंचे थे।