महाराष्ट्र में बढ़ी सियासी हलचल, राज्यपाल से मुलाकात के बाद शरद पवार की उद्धव ठाकरे संग लंबी बैठक, शिवसेना का दावा- सरकार स्थिर
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा संक्रमित लोग हैं, हर रोज बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। जिस तरह से यहां संक्रमण फैल रहा है उसकी वजह से प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार निशाने पर है और सरकार की स्थिरता को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इन तमाम मुश्किलों के बीच उद्धव ठाकरे ने सोमवार को एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ बैठक की, यह बैठक तकरीबन डेढ़ घंटे तक चली। बैठक में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत भी शामिल थे। बैठक के बाद आज संजय राउत ने कहा कि प्रदेश की उद्धव ठाकरे सरकार स्थिर और मजबूत है। इसके साथ ही राउत ने इस तरह के कयासों को खारिज किया है कि ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार अस्थिर है, उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से स्थिर और मजबूत है।
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हालांकि संजय राउत ने यह साफ नहीं किया कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच बैठक के दौरान चर्चा का मुद्दा क्या रहा। बता दें कि सोमवार की सुबह शरद पवार ने प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से राजभवन में मुलाकात की थी, जिसके बाद शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच यह बैठक हुई थी। बैठक के बाद संजय राउत ने कहा कि जिन लोगों को लग रहा है कि सरकार अस्थिर है तो ये उनके पेट में दर्द है, सरकार पूरी तरह से स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है। इससे पहले शरद पवार की राज्यपाल के साथ बैठक के बाद एनसीपी ने दावा किया था कि राज्यपाल ने खुद शरद पवार को मुलाकात के लिए न्योता दिया था और इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं है।
लेकिन महाराष्ट्र में कोरोना संकट के बीच जिस तरह से ये बैठकें हो रही हैं, उसकी टाइमिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। माना जा रहा है कि शिवसेना और एनसीपी के बीच पर्दे के पीछे सबकुछ ठीक नहीं है और दोनों के रिश्तों में खटास चल रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के गठबंधन वाली महाराष्ट्र अघाड़ी की सरकार है। शरद पवार ने इससे पहले खुलकर कहा था कि राज्यपाल कोश्यारी प्रदेश सरकार के प्रशासन में हस्तक्षेप कर रहे हैं और वह पहले नेता थे जिन्होंने खुलकर यह बात कही थी। हाल ही में वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी कोरोना से निपटने में प्रदेश सरकार की विफलता को लेकर राज्यपाल से शिकायत की थी।
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