Article 370 पर पाकिस्तान को यूएनएससी में भी मुंह की खानी पड़ी
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में भारत सरकार ने आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया, जिसके बाद से पाकिस्तान के भीतर बौखलाहट साफ नजर आ रही है। दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के विरोध में यूएनएससी को पत्र लिखा था और कहा था कि भारत ने यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन किया है। लेकिन पाकिस्तान को यूएनएससी में भी मुंह की खानी पड़ी ही। यूएनएससी की अध्यक्ष जोआना रोनेका से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
कुछ भी कहने से इनकार
जोआना से जब पत्रकार ने पाकिस्तान द्वारा लिखे गए पत्र के बारे में पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने यूएनएससी के एंटोनियो गटरेस को पत्र लिखकर दावा किया था कि भारत ने जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाकर यूएनएससी के प्रस्ताव का उल्लंघन किया है। इससे पहले गटरेस ने भारत और पाकिस्तान से अपील की थी कि दोनों ही देश नियंत्रण बनाए रखें और कहा था कि वह जम्मू कश्मीर की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
शिमला समझौते का जिक्र
यूएनएससी की प्रवक्ता स्टेफनी डूजारिक ने बयान जारी करके कहा कि सेक्रेटरी जनरल ने 1972 में भारत-पाकिस्तान के बीच समझौता जिसे शिमला समझौता भी कहते हैं, उसका जिक्र करते हुए कहा कि इसके तहत जम्मू कश्मीर का मुद्दा शांतिपूर्ण तरीके से यूएन के चार्टर के अनुसार सुलझाया जाएगा। यूएनएससी के सचिव ने दोनों ही देशों से अपील की है कि वह ऐसा कदम नहीं उठाने को कहा है जिससे जम्मू कश्मीर की स्थिति में बदलाव आए।
तनाव बढ़ा
बता दें कि आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। सरकार के फैसले को पाकिस्तान ने सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि वह इसके खिलाफ सभी संभव विकल्प की तलाश करेगा। इसी के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंध तोड़ लिए और कई विमानों के रूट पर भी प्रतिबंध लगा दिया।