'पावरफुल लोगों का दबाव...' अदार पूनावाला ने पत्नी-बच्चों संग छोड़ा देश, कहा- कुछ दिनों में वापसी पर सोचेंगे
'पावरफुल लोगों का दबाव...' अदार पूनावाला ने पत्नी-बच्चों संग छोड़ा देश, कहा- कुछ दिनों में वापसी पर सोचेंगे
नई दिल्ली, 02 मई: भारत की वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने पत्नी और बच्चों संग देश छोड़कर लंदन चले गए हैं। अदार पूनावाला ने लंदन के एक दैनिक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा है कि उनके ऊपर कोविड-19 की वैक्सीन 'कोविशील्ड' बनाने को लेकर पावरफुल लोगों भारी दबाव था। जबकि ये काम उनके अकेले का नहीं है। हालांकि अदार पूनावाला ने कहा है, ''लोगों को इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि वैक्सीन 'कोविशील्ड' निर्माण का क्या होगा। पुणे में 'कोविशील्ड' तेज गत्ति से किया जा रहा है। यूके में हमारे सभी भागीदारों और हितधारकों के साथ मैं एक अहम बैठक की है। मैं कुछ दिनों में अपनी वापसी पर सोचूंगा।'' अदार पूनावाला ने साफ किया है कि वो लंदन में ही रहकर कोरोना की वैक्सीन 'कोविशील्ड' उत्पादन की मॉनिटरिंग करेंगे। 28 अप्रैल को ही अदार पूनावाला को 'संभावित खतरे' को देखते हुए देश में वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी।
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अदार पूनावाला का दावा- 'पावरफुल लोगों ने वैक्सीन के लिए बनाया दबाव'
कोविड-19 की वैक्सीन 'कोविशील्ड' बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने इंटरव्यू में दावा किया है कि भारत में कोविशील्ड की आपूर्ति की मांग को कुछ पावरफुल लोगों ने उनपर दबाव बनाया है और मोबाइल फोन पर बात करते हुए उग्रतापूर्वक बातें की हैं। उन्होंन कहा कि इसी दबाव की वजह से वह पत्नी और बच्चों को लेकर लंदन आ गए हैं।
क्या भारत के बाहर 'कोविशील्ड' का उत्पादन होगा? इस सवाल के जवाब में अदार पूनावाला ने कहा, अगले कुछ दिनों में इसको लेकर घोषणा होने जा रही है। लंदन के अखबार के मुताबिक 2021 के जनवरी में ऑक्सफोर्ड / एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी, तब तक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता 1.5 से 2.5 बिलियन खुराक तक बढ़ा ली थी। कंपनी ने ब्रिटेन सहित 68 देशों को वैक्सीन निर्यात करना शुरू कर दिया था क्योंकि भारत में उस वक्त स्थिति उतनी खराब नहीं थी।
अदार पूनावाला ने कहा, हमने वास्तव लोगों को वैक्सीन देकर मदद की क्योंकि बाकी देशों को भी इसकी जरूरत थी। मुझे नहीं लगता, यहां तक कि भगवान भी यह अनुमान लगा सकते थे कि भारत में स्थिति इतनी बुरी होने वाली है।
अदार पूनावाला ने कहा- सबकुछ मेरे कंधों पर छोड़ दिया गया...
अदार पूनावाला ने कहा, ''मैं यहां (लंदन) फिलहाल ज्यादा वक्त तक रहने वाला हूं...क्योंकि मैं उस माहौल में वापस नहीं जाना चाहता हूं। वहां सब कुछ मेरे कंधों पर छोड़ दिया गया था। लेकिन मैं इसे अकेले नहीं कर सकता। मैं वहां बिल्कुल ऐसी स्थिति में नहीं रहना चाहता था। मैं सिर्फ अपना काम करने की कोशिश कर रहा था और सिर्फ इसलिए कि आप हर किसी की जरूरत को पूरा नहीं कर सकते लेकिन आप ये अंदाजा नहीं लगा सकते हैं कि बदले में वे क्या करेंगे।''
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अदार पूनावाला ने कहा, ''हमने पूरी मेहनत और ईमानदारी से कुछ भी गलत या मुनाफाखोरी किए बिना काम किया। चाहते तो हम भी कुछ भी गलत या मुनाफाखोरी कर सकते थे। मैं इतिहास के साथ न्याय करने की प्रतीक्षा करूंगा। भारत और दुनिया के प्रति हमारी जिम्मेदारी हमेशा से थी, क्योंकि हम टीका बनाते हैं। लेकिन हमने कभी भी ये सोचकर वैक्सीन नहीं बनाई कि हम लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं, लेकिन इस बार हमने लोगों के जीवन बचाने के लिहाज से इतना टीका बनाया।''