अहमदाबाद में 100 फीट ऊंचे कूड़े के ढेर में क्यों हो रही 12 साल की बच्ची की तलाश
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में एक बड़े से कूड़े के ढेर में 12 साल की बच्ची की तलाश हो रही है। देश के सबसे बड़े कूड़े के ढेर में से एक पिराणा डंपिंग साइट पर इस बच्ची की तलाश बीते 5 दिनों से जारी है। अधिकारियों के लिए करीब 100 फीट ऊंचे पहाड़ पर इस बच्ची का पता लगाना काफी मुश्किल प्रतीत हो रहा है। जैसे जैसे वक्त बीत रहा है लड़की के जिंदा बचने की उम्मीद भी कम हो रही है।
80 एकड़ जमीन पर फैला है कचरा
12 साल की नेहा वसावा अपने परिवार के साथ आजीविका के लिए कूड़े से प्लास्टिक बीनती है। नेहा इसी काम के लिए शनिवार शाम को भी इस कूड़े के पहाड़ पर चढ़ी थी। उसी दिन से वो गायब है। बचावकर्ताओं ने अभी तक कई टन कचरा यहां से हटा दिया है लेकिन फिर भी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। इस इलाके में अधिक मात्रा में कुत्ते घूमते रहते हैं और करीब 80 एकड़ जमीन पर कचरा फैला हुआ है।
नेहा पर गिरा था कूड़े का ढेर
नेहा की खोज अहमदाबाद दमकल विभाग और गुजरात पुलिस के जवान कर रहे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि नेहा शनिवार की शाम भी यहां कूड़े से प्लास्टिक बीनने आई थी, तभी कूड़े का ढेर उसपर गिर गया। वह उस ढेर के नीचे दब गई थी। इस तरह के कूडे़ के ढेर अहमदाबाद के अलावा देश के बाकी हिस्सों में भी स्थित हैं। जहां बड़ी संख्या में छोटे बच्चे कूड़ा बीनते पाए जाते हैं।
जिंदा ढूंढ पाना मुश्किल
इस मामले में बुधवार को दमकलकर्मी नैतिक भट्ट ने कहा कि नेहा को जिंदा ढूंढ पाना मुश्किल है लेकिन हम तब तक खोज जारी रखेंगे जब तक उसे ढूंढ नहीं लेते। नेहा को ढूंढने के लिए छह जेसीबी की मशीन लगाई गई हैं, लेकिन यहां हुई बारिश के बाद बचाव अभियान में बाधा उत्पन्न हो रही है।
रोज फेंका जाता है 3500 टन कचरा
भट्ट ने कहा कि नेहा के कूड़े के ढेर में दबने के कुछ घंटों बाद ही बारिश शुरू हो गई थी, जिसके कारण ऊपर से और अधिक कूड़ा नीचे गिरने लगा। उस समय उसका छह साल का भाई भी साथ था, जिसे जल्द ही बचा लिया गया। इस स्थान पर रोजाना अहमदाबाद शहर का करीब 3500 टन कचरा फेंका जाता है। हालांकि इस कूड़े के ढेर को कम करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। यूनिसेफ के अनुसार, 12 साल से कम आयु के 41 मिलियन से अधिक बच्चे दक्षिण एशिया में काम करने को मजबूर हैं।
कोरोना
के
हॉटस्पॉट
बने
सूरत
और
अहमदाबाद
में
लगाई
गईं
नई
पाबंदियां,
4
से
ज्यादा
लोग
जुटने
की
मनाही