बिहार में शराब बंदी के बाद रसगुल्ले, पेड़े की बिक्री में बढ़ोत्तरी
शराबबंदी के बाद बिहार में रसगुल्ला, पेड़ा, शहद, दूध, कार और ट्रैक्टर की बिक्री में हुई जबरदस्त बढ़ोत्तरी, शहद की बिक्री में 380 फीसदी उछाल
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को प्रदेश हित में करार दिया है। उन्होंने कहा कि शराब बंदी के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था में उछाल आया है, इस फैसले के बाद कार और ट्रैक्टर की बिक्री में बढ़ोत्तरी हुई है।
भाजपा
में
वापसी
पर
क्या
बोलें
नीतीश
कुमार
दूध
की
बिक्री
में
बढ़ोत्तरी
नीतीश
ने
कहा
कि
शराब
बंदी
के
बाद
पिछले
सात
महीने
में
मिठाई,
दूध
की
बिक्री
में
भी
बढ़ोत्तरी
दर्ज
की
गई
है।
लोग
अपने
पैसे
का
इस्तेमाल
अच्छी
चीजों
में
कर
रहे
हैं
जो
उन्होंने
शराब
बंद
से
बचाई
है।
शराब बंदी के फैसले के बाद नीतीश कुमार के विरोधियों ने कहा था कि इस फैसले के बाद प्रदेश के राजस्व में 5000 करोड़ रुपए का घाटा होगा। लेकिन नीतीश कुमार के दावे के अनुसार प्रदेश को शराब बंदी से नुकसान नहीं हो रहा है।
सामाजिक
सुधार
हुआ
निश्चय
यात्रा
के
तीसरे
चरण
की
शुरुआत
करते
हुए
नीतीश
कुमार
ने
कहा
कि
शराबबंदी
के
बाद
प्रदेश
में
बड़ा
सामाजिक
सुधार
हुआ
है,
खासकर
ग्रामीण
क्षेत्रों
में
बड़ा
बदलाव
देखने
को
मिल
रहा
है।
क्या
हैं
आंकड़े
इस
कार्यक्रम
में
मुख्य
सचिव
अंजनी
कुमार
सिंह
और
मुलिस
मुखिया
पीके
ठाकुर
भी
मौजूद
थे।
नीतीश
कुमार
ने
कहा
कि
इस
फैसले
के
बाद
अपराध
कम
हुए
हैं,
कार
और
ट्रैक्टर
की
बिक्री
में
29
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
की
गई
है।
मोटरसाइकिल
औऱ
टेंपो
की
बिक्री
में
भी
31.6
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
बिहार
के
आरा
में
जन
धन
खाते
में
जमा
कराए
40
लाख,
कहा-
दूध
बेचकर
कमाए
पैसे
मुख्यमंत्री
ने
बताया
कि
पिछले
सात
महीनों
में
दूध
की
बिक्री
11
फीसदी
बढ़ी
है,
जबकि
16.25
फीससदी
रसगुल्ले,
15
फीसदी
गुलाबजामुन,
15.5
फीसदी
पेड़े
की
खरीद
में
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
शहद
की
बिक्री
में
380
फीसदी
बढ़ोत्तरी
प्रदेश
में
शहद
बनाने
वाली
राज्य
की
को-ऑपरेटिव
डेयरी
का
दावा
है
कि
इसकी
बिक्री
में
380
फीसदी
की
बढ़ोत्तरी
हुई
है।
जब
से
शराबबंदी
का
फैसला
हुआ
है
शहद
की
बिक्री
में
जबरदस्त
बढ़ोत्तरी
हुई
है।