नए संसद भवन के निर्माण पर अब तक खर्च किए गए 238 करोड़ रुपये, केंद्र सरकार ने बताया
नए संसद भवन के निर्माण पर अब तक खर्च किए गए 238 करोड़ रुपये, केंद्र सरकार ने बताया
नई दिल्ली, 30 जुलाई: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने गुरुवार (29 जुलाई) को लोकसभा में बताया कि सरकार ने अब तक एक नए संसद भवन के निर्माण में 238 करोड़ रुपये और सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर 63 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। एक प्रश्न के लिखित उत्तर में आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से देश में एक नया संसद भवन बनाया जा रहा है। जो अलगे साल अक्टूर 2022 तक बनकर तैयार करने का टारगेट रखा गया है। वहीं राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पुनर्विकास पर 608 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के इस साल नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
सरकार के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए इन दोनों परियोजनाओं पर होने वाली अनुमानित लागत 1,289 करोड़ रुपये है। एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि सरकार के विभिन्न प्रतिष्ठानों द्वारा परिसर या क्षेत्र किराए पर लिए गए हैं। इन निजी किराये के परिसरों पर खर्च किया गया है। क्योंकि उनके लीज समझौते की उत्पत्ति केंद की सरकार द्वारा नहीं की जाती है।
हालांकि इसस पहले सरकार ने कहा था कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से सरकारी कार्यालयों के किराए के एक हजार करोड़ की बचत होगी। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में 10 नए सचिवालय भवनों का निर्माण शामिल है।
सेंट्रल विस्टा की पुनर्विकास परियोजना में, एक नया त्रिकोणीय संसद भवन, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय, राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ पर बदलाव, नया प्रधान मंत्री निवास, प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ), और नए उपराष्ट्रपति एन्क्लेव का निर्माण शामिल है। कोरोना काल में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार की आलोचना की है।