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बीते जुलाई से अब तक बिहार में हुई 200 सांप्रादायिक घटनाएं

By Rahul Sankrityayan
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नई दिल्ली। अगर बिहार में भाजपा के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव की बढ़ती घटनाओं के बारे में चिंता जताई है, तो उनके पास इसका कारण है। जुलाई 2017 के बाद, जब नीतीश कुमार की अगुआई में जेडी (यू) ने राजद-कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ दिया और एनडीए में वापस चला गया, उसके बाद से सांप्रदायिक तनाव की 200 घटनाएं हुईं। अकेले साल 2018 में ऐसी 64 घटनाएं हुईं। यह दावा द इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों के साथ तुलना करें: तो साल 2012 में ऐसी 50 घटनाएं, साल 2013 में 112; साल 2014 में 110,साल 2015 में 155, साल 2016 में 230 और साल 2017 270 घटनाएं हुई हैं। हाल के दिनों में सांप्रदायिक घटनाओं की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई।इस वर्ष अब तक 64 मामलों में से, जनवरी में 21, फरवरी में 13 और मार्च में 30 घटनाएं हुईं। मार्च में कई घटनाएं मुस्लिम क्षेत्रों से गुजरने वाली धार्मिक जुलूसों पर रही हैं।

अप्रत्याशित भीड़ के आने की वजह से...

अप्रत्याशित भीड़ के आने की वजह से...

इस साल, अररिया की घटना के अलावा, जब तीन मुस्लिम युवकों के 'भारत विरोधी नारे' की चिल्लाते हुए कथित तौर पर फर्जी वीडियो सामने आया था इसके बाद सांप्रदायिक घटनाएं भागलपुर, मुंगेर, औरंगाबाद, समस्तीपुर, शेखपुरा, नवादा और नालंदा में हुईं। केन्द्रीय और राज्य की खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि राम नवमी जुलूस के दौरान लोगों की उपस्थिति में वृद्धि, खासकर औरंगाबाद, नालंदा और शेखपुरा में, 'अप्रत्याशित भीड़ के आने' की वजह से है।

इस बार बड़ी संख्या में नए तलवार के साथ सामने आए लोग

इस बार बड़ी संख्या में नए तलवार के साथ सामने आए लोग

रिपोर्ट के अनुसार पुलिस मुख्यालय के सूत्रों ने कहा कि हालांकि परंपरागत हथियार जैसे कि तलवारें और गड़ासा अतीत में रामानवमी जुलूस के दौरान प्रदर्शित किए गए हैं, इस वर्ष की जुलूसों ने युवा 'बड़ी संख्या में नए तलवार' के साथ थे। पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या ये तलवार एक विशेष समूह द्वारा आपूर्ति की गई थी।

सुरक्षाबलों को सतर्क रहना होगा

सुरक्षाबलों को सतर्क रहना होगा

हालांकि बिहार पुलिस मुख्यालय ने कहा कि रामनवमी (मार्च) और दशहरा (सितंबर-अक्टूबर) के आसपास के महीने हमेशा संवेदनशील होते रहे हैं। "यह कहना बहुत जल्दी है कि इस वर्ष वृद्धि हुई है। मुख्यालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हां, हम बड़े पैमाने पर बीड़ जुटाने के संकेत देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफवाहों से निपटने के लिए सुरक्षाबलों को सतर्क रहना होगा।

 पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी ने कहा...

पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी ने कहा...

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बिहार के पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी ने कहा, ' सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं, पुलिस ने तुरंत इसे नियंत्रित किया है। हम अलग-अलग मामलों पर काम कर रहे हैं। हम हर मामले में बड़े पैमाने पर भीड़ के इकट्टा होने वाली घटना को भी ध्यान में रख रहे हैं।

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English summary
Riots in Bihar tension between jdu and bjp? nitish kumar
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