पीएम मोदी के अचानक लद्दाख पहुंच सैनिकों से मिलने पर राजनाथ सिंह, अमित शाह ने कही ये बात
पीएम मोदी के अचानक लद्दाख पहुंचने पर राजनाथ सिंह ने कही ये बात
नई दिल्ली। चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लद्दाख में सेना के साथ मुलाकात की है। पीएम मोदी के इस दौरे को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह ने सेना का हौंसला बढ़ाने वाला कहा है। राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा, भारतीय सेना के रहते देश की सीमाएँ हमेशा सुरक्षित रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज लद्दाख जाकर सेना के जवानों से भेंट करके उनका उत्साहवर्धन करने से निश्चित रूप से सेना का मनोबल और ऊंचा हुआ है। मैं प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम की सराहना करता हूं और उन्हें धन्यवाद देता हूं।
Recommended Video
अमित शाह ने पीएम के दौरे पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लद्दाख में सेना, वायु सेना और आईटीबीपी के हमारे बहादुर और साहसी कर्मियों से मिल हैं। पीएम की इस यात्रा से निश्चित रूप से हमारे वीर जवानों का मनोबल बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे और जवानों से मुलाकात की। मोदी सुबह अचानक करीब साढ़े नौ बजे दिल्ली से लेह पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अफसरों से सीमा की स्थिति का जायजा लिया। वे मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती जख्मी सैनिकों से भी मिले। मोदी ने लद्दाख स्थित नीमू बेस पर थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। मोदी ने नीमू में करीब आधे घंटे तक जवानों से बातचीत की। यह जगह गलवान घाटी से करीब 250 किमी दूर है। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवणे भी थे। मोदी के इस दौरे के बारे में पहले से मीडिया में जानकारी नहीं थी।
बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को आज लद्दाख जाकर सुरक्षा स्थिति का जायजा लेना था। उनका दौरा प्रस्तावित था लेकिन गुरुवार शाम को उनका दौरान टाल दिया गया था। जिसके बाद मोदी खुद लद्दाख पहुंचे। भारत और चीन की सेनाओं के बीच करीब दो महीने से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव बना हुआ है। 15 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और 50 से ज्यादा घायल हुए थे। कई दौर की बातचीत दोनों देशों के बीच तनाव कम करने को लेकर हो चुकी है लेकिन कोई समाधान निकलता अभी नहीं दिखा है। कई दफा दोनों देश बातचीत से हल निकालने की बात जरूर कह चुके हैं लेकिन लगातार वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन और भारत की ओर से सैनिकों की संख्या बढ़ाए जाने की ही खबरे आती रही हैं।
ये भी पढ़िए- पीएम मोदी के लद्दाख दौरे से चीन तिलमिलाया, कहा-तनाव बढ़ाने वाला कोई कदम न उठाएं