राजस्थान चुनाव: 33 सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस ने पुराने चेहरों पर ही लगाया दांव
जयपुर। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं, इस चुनाव में राजस्थान की 33 सीटें ऐसी हैं जहां मुकाबला बेहद रोचक होता दिखाई दे रहा है। 200 में से 33 सीटों पर वही उम्मीदवार इस बार भी चुनाव मैदान हैं जो 2013 के चुनाव में आमने-सामने थे। इस लिहाज से इन सीटों पर मुकाबला बेहद रोचक माना जा रहा है।
दोनों दलों ने 43 सीटों पर उम्मीदवार बदले
दोनों दलों ने 43 सीटों पर अपने उम्मीदवार बदले हैं। बाकी 124 सीटों पर दोनों दलों ने नए उम्मीदवार उतारे हैं। 33 में से 29 सीटों पर बीजेपी के वर्तमान विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 4 विधायक अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, इनमें अशोक गहलोत का नाम भी शामिल है। जोधपुर की सरदारपुरा सीट पर मुकाबला मौजूदा विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और भाजपा के शंभू सिंह खेतासर के बीच है।
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33 सीटों पर पुराने उम्मीदवार ही मैदान में
करनपुर सीट से खनन मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह और पूर्व कांग्रेस मंत्री गुरमीत सिंह के मैदान में हैं, पिछले चुनाव में सुरेंद्रपाल सिंह ने 3,853 वोटों से जीत दर्ज की थी। जबकि हनुमानगढ़ सीट से मंत्री रामप्रताप और कांग्रेस उम्मीदवार विनोद चौधरी मैदान में हैं। 2013 के चुनाव में चौधरी को 30 हजार वोटों के भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। अबकी बार इस सीट पर करीबी मुकाबला देखने को मिल सकता है।
7 दिसंबर को है चुनाव
पूर्व मंत्री राजेंद्र पारीक सीकर से मैदान में हैं, यहां से बीजेपी के रतनलाल ने 2013 में 13 हजार वोटों के अंतर से चुनाव जीता था। शेखावती में त्रिकोणीय मुकाबला होता दिखाई दे रहा है जहां RLD के वाहिद चौहान मैदान में हैं। पिछले चुनाव में वे NCP के टिकट पर चुनाव लड़े थे और 29,10 फीसदी वोट हासिल किया था। जिन 43 सीटों पर उम्मीदवार बदले गए हैं, उनमें से 34 पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था। राज्य की 200 सीटों के लिए कुल 2294 उम्मीदवार मैदान में हैं।