27 मंदिरों में माथा टेक राहुल ने जीती 18 सीटें, 10 बीजेपी से छीनीं
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव प्रचार के समय इस दफा राहुल गांधी का एक के बाद एक मंदिरों में दर्शन के लिए जाना और भाजपा का इस पर सवाल उठाना चर्चा में बना रहा। राहुल गांधी लगातार एक के बाद एक 27 मंदिरों में अपने प्रचार के दौरान गए। गुजरात के चुनाव परिणामों के लिहाज से अगर राहुल के मंदिरों में जाने को जोड़कर देखें तो कांग्रेस के लिए बेकार नहीं गया। राहुल चुनाव प्रचार के दौरान 27 मंदिरों में गए जिसका उन्हें फायदा भी मिला है। जहां राहुल ने मंदिरों के दर्शन किए, वहां उन्हें 2012 के मुकाबले 10 सीटों का फायदा हुआ है।
कांग्रेस ने भाजपा से छीनीं 10 सीटें
राहुल गांधी ने जिन जगहों पर मंदिरों में दर्शन किए वहां कांग्रेस ने 18 सीटें जीती हैं। जो सीटें कांग्रेस के पास आई हैं, उनमें आठ पर 2012 में भी कांग्रेस जीती थी जबकि 10 सीटें उसने भाजपा से छीनी हैं। राहुल ने द्वारका मंदिर में दर्शन से अपने प्रचार की शुरुआत की थी। हालांकि द्वारका सीट पर एक बार फिर भाजपा के सीनियर नेता पाबुभा मानिक ने जीत दर्ज की। इसके अलावा राहुल जहां गए वहां कांग्रेस ने अच्छा किया है।
मंदिरों के प्रभाव वाली इन सीटों पर जीती कांग्रेस
राहुल ने जिन मंदिरों का दर्शन किया और यहां की विधानसभाओं पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, वो हैं- अंबाजी मंदिर (दांता विधानसभा), बहुचराजी माता मंदिर ( बेचराजी विधानसभा), चामुंडा माता मंदिर (चोटिला विधानसभा), स्वामीनारायण मंदिर (गधाधा विधानसभा), अक्षरधाम मंदिर (नॉर्थ गांधीनगर विधानसभा), वीर माया मंदिर (पाटन विधानसभा), सोमनाथ उमिया माता मंदिर (उंझा विधानसभा), शामलाजी मंदिर (भिलोडा विधानसभा), रणछोडराय मंदिर दाकोर (थारसा विधानसभा), कबीर मंदिर (दाहोद विधानसभा), रणछोडराय मंदिर (पेटलाड विधानसभा), उनाई माता मंदिर (वंसडा विधानसभा), भठिजी महाराज मंदिर ( कापडवंज विधानसभा), खोडियार माता मंदिर और सदाराम मंदिर (राधनपुर विधानसभा), देवमोगरा माता मंदिर (देदियापाड़ा विधानसभा) और वालिनाथ मंदिर (वेव विधानसभा)।
87 मंदिर प्रभावित सीटों में से 47 पर जीत
राहुल ने अपने 85 दिन के कैंपेन में गुजरात के 27 मंदिरों के दर्शन किए। राज्य की करीब 87 सीटें मंदिरों से प्रभावित मानी जाती रही हैं। कांग्रेस को इनमें से 47 पर जीत मिली है। हालांकि कुल मिलाकर नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे हैं। भाजपा ने एक बार फिर धमाकेदार जीत दर्ज करते हुए पूर्ण बहुमत हासिल किया है। हालांकि 2012 के मुकाबले भाजपा की सीटें कम हुई हैं और कांग्रेस की बढ़ी हैं। इस दफा भाजपा को 99 और कांग्रेस को 77 सीटें हासिल हुई हैं।