राहुल गांधी बोले, मजदूर-किसान का परिश्रम 'आत्मनिर्भरता' का सबसे अच्छा उदाहरण
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में आंदोलन हो रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातर किसान और मजदूरों के साथ हो रहे अत्याचार का मामला केंद्र की मोदी सरकार के सामने उठा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गुजरात सरकार के मजदूरों को लेकर किए गए फैसले को खारिज किये जाने के बाद शुक्रवार को राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि, इस देश के मजदूर-किसान का परिश्रम आत्मनिर्भरता का सबसे उम्दा उदाहरण है।
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राहुल गांधी गांधी जयंती के मौके पर केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, इस देश के मजदूर-किसान का परिश्रम आत्मनिर्भरता का सबसे उम्दा उदाहरण है। उन्हें इज्जत और अपनी मेहनत की सही कमाई मिलनी ही चाहिए।जय श्रमिक जय जवान जय किसान! दरअसल गुजरात सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया था कि मजदूरों को ओवरटाइम मजदूरी का भुगतान किए बिना अतिरिक्त काम करना होगा।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुजरात सरकार के 17 व 20 मार्च के नोटफिकेशन को खारिज करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था की स्थिति बुरी हो गई है, ऐसे में मजदूरों को उचित मजदूरी नहीं दिया जाना इसका एक कारण हो सकता है। साथ ही शीर्ष अदालत ने 19 अप्रैल से लेकर 20 जुलाई तक के ओवरटाइम का भुगतान करने का भी आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद-142 के तहत अपने अधिकार का इस्तेमाल किया और कहा कि लेबरों को ओवर टाइम मजदूरी नियम के तहत भुगतान किया जाए। अदालत ने साफ किया कि लेबर के जो भी वैधानिक अधिकार है वह राज्य (सरकार ) खत्म नहीं कर सकती उस अधिकार से राज्य लेबर को वंचित नहीं कर सकती।
गुजरात सरकार ने इस नोटिफिकेशन के तहत सरकार ने सभी फैक्ट्रियों को रोजाना के कामकाज के समय, हफ्ते के घंटे और घंटों के बीच आराम के समय आदि के नियमों से छूट दे दी थी साथ ही ओवर टाइम के भुगतान के नियम से भी फैक्ट्रियों को छूट प्रदान कर दी गई थी।
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