राहुल गांधी ने PM मोदी से पूछा-किसे पहले मिलेगी कोरोना वैक्सीन
नई दिल्ली। फाइजर और मॉडर्ना के बाद अब स्वेदेशी निर्मित वैक्सीन एस्ट्राजेनेका के तीसरे चरण के नतीजे आ गए हैं। माना जा रहा है कि तीसरे दौर के ट्रायल के सफल रहने के बाद ऑक्सफर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को अगर यूके ड्रग रेगुलेटर से इमर्जेंसी अप्रूवल मिलता है तो दिसंबर से यह वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी से सवाल पूछा है कि, सराकर किन्हें सबसे पहले कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराएगी।
सोमवार
शाम
राहुल
गांधी
ने
ट्वीट
कर
मोदी
सरकार
से
कोरोना
वैक्सीन
की
उपलब्धता
को
लेकर
चार
सवाल
पूछे
हैं।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
बताना
चाहिए
कि,
1-सभी
कोविड
वैक्सीन
उम्मीदवारों
में
से,
भारत
सरकार
का
किसका
चयन
करेगी
और
क्यों?
2-पहले
वैक्सीन
किसे
मिलेगी
और
वितरण
रणनीति
क्या
होगी?
3-क्या
मुफ्त
टीकाकरण
सुनिश्चित
करने
के
लिए
PMCares
फंड
का
उपयोग
किया
जाएगा?
4-
सभी
भारतीयों
को
कब
टीका
लगाया
जाएगा?
भारत में ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि अगले वर्ष सितंबर माह तक 25-30 करोड़ भारतीयों को कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जाएगी। आजतक को दिए एक इंटरव्यू में डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि वर्ष 2021 के शुरुआती तीन महीनों में भारत को कोरोना की वैक्सीन मिल जाएगी। दुनियाभर में कोरोना की 250 वैक्सीन तैयार की जा रही हैं, जिसमे से 30 वैक्सीन की नजर भारत पर है। देश में पांच वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।
स्वास्थ मंत्री से जब यह पूछा गया कि किसे सबसे पहले वैक्सीन मिलेगी तो उन्होंने कहा कि हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट को तैयार किया जा रहा है इसे जल्द ही अपलोड किया जाएगा और इन्हें ही सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। फ्रंट लाइन वर्कर जैसे पुलिसकर्मी, पैरामिलिट्री फोर्स के जवान और जो लोग साफ सफाई में जुटे हैं, 65 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को सबसे पहले देश में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। दूसरे वर्ग में वो लोग आएंगे जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या फिर जो लोग पुरानी बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें वैक्सीन दी जाएगी।