लोकसभा चुनाव 2019: राहुल गांधी ने पंजाब के मोगा को 7 मार्च को होने वाली रैली के लिए क्यों चुना
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं , कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राहुल गांधी पूरे देश में चुनावी रैली कर कर रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल 7 मार्च को पंजाब में मेगा रैली करेंगे। ये फैसला मंगलवार को लिया गया। पंजाब में मोगा को रैली के लिए इसलिए चुना गया ताकि पंजाब में हर क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ता राहुल गांधी को सुन सकें। पार्टी के सीनियर नेता ने कहा कि पंजाब के मालवा, दोआबा और माझा क्षेत्र के सभी नेताओं और लोगों के लिए यहां पहुंचना आसान होगा।
मोगा में 7 मार्च को राहुल की रैली
सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) पंजाब कांग्रेस को रैली आयोजित करने की आधिकारिक सूचना दे चुका है। पिछले 15 दिन से कांग्रेस पार्टी विधानसभा में व्यस्त है। मंगलवार तड़के भारतीय वायुसेना की पाकिस्तान की सीमा में की गई एयर स्ट्राइक के बाद नियंत्रण रेखा में माहौल तनावपूर्ण हो चुका है। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि वो सीमा के पास पड़ने वाले क्षेत्रों में अगले तीन दिन तक कैंप लगाएंगे। पार्टी ने इसी वजह से 7 मार्च को रैली करने का फैसला लिया है।
कांग्रेस की 13 सीटों पर नजर
पार्टी उम्मीद कर रही है कि इस समय तक लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा और ये रैली के लिए सही समय है। कांग्रेस की राज्य की 13 सीटों पर नजर हैं। पंजाब की 113 विधानसभा सीटों में 73 सीटों के साथ पार्टी मजबूत स्थित में है। उसे विश्वास है कि विपक्षी पार्टियां शिरोमणि अकाली दल(एसएडी) और आम आदमी पार्टी(आप) बंटी हुई है। ऐसे में कांग्रेस के पास राज्य की ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट जीतने का अच्छा मौका है। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि विधायकों और सभी विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं के माध्यम से हम अधिक से अधिक लोगों को जुटाएंगे। उनके आने जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था करनी होगी। इस सबके लिए समय चाहिए।
'केजरीवाल की फ्लॉप रैली सबक'
पार्टी के नेता ने आगे कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हाल ही में चंडीगढ़ में रैली फ्लॉप हो गई थी। उनकी रैली में बहुत कम लोग शामिल हुए थे। हर राजनीतिक दल मौका लेना चाहता है। ये हर किसी के लिए रैली के प्रबंधन के लिए सबक हैं। राहुल गांधी की प्रस्तावित रैली पर उन्होंने कहा कि राहुल के पास अकाली दल, बीजेपी और आप के बारे में कहने के लिए बहुत कुछ है। इसके अलावा कर्जमाफी की बात भी कर सकते हैं।