पुणे की इस लैब में बनी Coronavirus की पहली टेस्ट किट, एक दिन में हो सकेंगे 1000 टेस्ट
नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर एक तरफ जहां पूरी दुनिया दहशत में है वहीं, भारत ने अपने लोगों के इस महामारी से बचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। महाराष्ट्र के पुणें में स्थित मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस कंपनी ने कोविड-19 (कोरोनावायरस) की टेस्ट के लिए एक स्वदेशी किट का निर्माण किया है जिसके कमर्शियल प्रोडक्शन की अनुमति दे दी गई है। सोमवार को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कंपनी को यह अनुमति दी है। यह देश की पहली स्वदेशी टेस्टिंग किट है जिसके माध्यम से मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। कंपनी ने दावा किया है कि एक टेस्टिंग किट से 100 लोगों की जांच की जा सकती है।
भारत ने बनाई पहली कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट
देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच यह राहत की खबर है, कंपनी का कहना है कि इसके बाजार में आ जाने के बाद किसी भी प्राइवेट लैब में कोरोना वायरस के एक दिन में 1000 मरीजों की टेस्टिंग की जा सकेगी। बता दें कि अभी एक लैब में औसतन एक दिन में 100 नमूनों की जांच की जाती है और इसका खर्च भी बहुत ज्यादा है। हालांकि अभी सभी कोरोना वायरस टेस्ट का खर्च सरकार ही उठा रहा है।
कोरोना वायरस का टेस्ट सस्ता होगा
मायलैब डिस्कवरी सॉल्यूशंस कंपनी के प्रबंध निदेशक हसमुख रावल का कहना है कि स्थानीय और केंद सरकार से मिले सहयोग व 'मेक इन इंडिया' के तहत उनकी टीम ने कोविड-19 की जांच के लिए स्वदेशी किट तैयार किया है। हसमुख रावल ने आगे बताया कि हमने इस टेस्टिंग किट को विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (सीडीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार और तय समय में विकसित किया है। इस किट के भारत में निर्माण के बाद कोरोना वायरस के लिए होने वाला टेस्ट सस्ता होगा क्योंकि जांच किट को स्थानीय स्तर पर बनाने से इसकी मौजूदा लागत घटकर एक चौथाई रह गई है।
Maharashtra: Pune based Mylab Discovery Solutions Pvt Ltd has developed India's first indigenous #COVID19 testing kit that has been approved by the Indian Council of Medical Research (ICMR). A single kit costs Rs 80,000 & can test 100 patients. pic.twitter.com/Ng5b3wRHh5
— ANI (@ANI) March 24, 2020
जांच के परिणाम काफी सटीक
बता दें कि पुणें स्थित मायलैब वर्तमान में ब्लड बैंकों, अस्पतालों, एचआईवी जांच की किट बनाती है। मायलैब के कार्यकारी निदेशक शैलेंद्र कावडे ने बताया कि हम पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि अपने देश को उचित और सस्ती कीमत पर अत्याधुनिक तकनीक से बनी किट उपलब्ध करा सकें। शैलेंद्र कावडे आगे बताते हैं कि कोरोना वायरस का परीक्षण संवेदनशील तकनीक पर आधारित है, इस किट से की गई जांच के परिणाम काफी सटीक होते हैं और यह प्रारंभिक चरण के संक्रमण का भी पता लगा सकती है।
भारत में बढ़े कोरोना वायरस के मरीज
मालूम हो कि भारत में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से मामलों की कुल संख्या 492 तक पहुंच चुकी है वहीं, इस महामारी से अब तक 10 लोगों की मौत भी हो चुकी है। सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं, यहां मंगलवार दोपहर तक 101 पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं। राहत की बात यह है कि देशभर में कोरोना वायरस के 37 मरीज पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
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