गुजरात HC का आदेश- कोरोना के सही आंकड़ों को प्रकाशित करने में संकोच न करे सरकार
अहमदाबाद। कोरोना वायरस से पूरे देश कोहराम मचा हुआ है। देश में अब कुल मामले अब सवा करोड़ की संख्या के पार पहुंच चुके हैं। कोरोना के कुल मौतों का आंकड़ा एक लाख 50 हजार पार कर चुका है। देश में आज शाम तक कुल एक करोड़, 43 लाख, 05 हजार केस हैं। इनमें एक्टिव मरीजों की संख्या 15,85,955 हैं। वहीं इलाज के बाद संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की संख्या 1,25,76,190 है। अब तक कुल 1,74,311 मौतें देश में कोरोना से हुई हैं। दुनिया के दूसरे देशों से भारत की तुलना की जाए तो कोरोना प्रभावित देशों की सूची में भारत दूसरे नंबर पर है। सिर्फ अमेरिका में ही भारत से ज्यादा मामले हैं।
वहीं राज्यवार बात करें तो गुजरात भी देश में सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों में शामिल है। इस बीच गुजरात हाईकोर्ट ने कोरोना वायरस से संबंधित टेस्टिंग डेटा के प्रकाशन और सुविधाओं की उपलब्धता में पारदर्शिता बरतने की बात कही है। हाईकोर्ट ने कहा कि राज्य की पारदर्शिता और ईमानदारी आम जनता के बीच विश्वास पैदा करेगी। कोर्ट ने राज्य में कोरोना की स्थिति से संबंधित आवश्यक डेटा का प्रकाशन करने और जनता के साथ पारदर्शी संवाद करके जनता के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए छह महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने राज्य में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के लिए स्वत: संज्ञान लेकर निर्देश जारी किए हैं।
आपको बता दें कि गुजरात में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है। हालात ऐसे है कि एक ही चिता पर पांच पांच लाशें जलाई जा रही है। सूरत में ये हाल है। ऐसा इसलिए ताकि लाशों की संख्या को कम की जा सके। पूरे गुजरात के श्मशान घाटों का यही हाल है। श्मशान घाट 24 घंटे सुलग रहे हैं, फिर भी लाशों की कतारें नहीं घट रही हैं।