लोकसभा चुनाव 2019: सीधी लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की सीधी लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा की रीति रजनीश पाठक हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने ये सीट दिग्गज कांग्रेस नेता इंद्रजीत पटेल को 1,08,046 वोटों के अंतर से हराकर अपने नाम की थी। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस नंबर 2 पर और बसपा नंबर 3 पर थी। उस साल यहां पर कुल वोटरों की संख्या 17 लाख 36 हजार 50 थी, जिनमें से मात्र 9 लाख 89 हजार 396 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था, जिनमें पुरुषों की संख्या 5 लाख 48 हजार 26 थी और महिलाओं की संख्या 4 लाख 41 हजार 370 थी।
सीधी लोकसभा सीट का इतिहास
सीधी लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं। साल 1962 में यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, 1967 में भी उसका ही जादू यहां बरकरार रहा लेकिन साल 1971 के चुनाव में रणबहादुर सिंह ने निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस के विजयरथ को रोक दिया लेकिन साल 1978 के चुनाव में यहां से भारतीय लोक दल की जीत हुई। साल 1980 में यहां कांग्रेस की वापसी हुई और साल 1984 में भी यहां कांग्रेस का ही राज रहा, 1989 के चुनाव में पहली बार यहां से भाजपा जीती और जगन्नाथ सिंह यहां से सांसद बने। साल 1991 के चुनाव में एक बार फिर से कांग्रेस ने यहां बाजी मारी और साल 1996 के चुनाव में यहां 'तिवारी कांग्रेस' के टिकट पर तिलक राज सिंह एमपी बने लेकिन साल 1998 के चुनाव में यहां पर भाजपा जीती और एक बार फिर से एमपी की सीट पर जगन्नाथ सिंह बैठे, इसके बाद 2004 के चुनाव में भी यहां भाजपा का ही राज रहा तो वहीं साल 2007 के उपचुनाव में कांग्रेस ने जोरदार वापसी की लेकिन साल 2009 के चुनाव में भाजपा के गोविंद प्रसाद मिश्रा यहां जीत गए और साल 2014 के चुनाव में एक बार फिर से यहां कमल खिला और रिती पाठक यहां से जीतकर लोकसभा पहुंची।
रीति रजनीश पाठक का लोकसभा में प्रदर्शन
दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालों की दौरान 41 वर्षीय रीति पाठक की लोकसभा में उपस्थिति 95 प्रतिशत रही और इस दौरान उन्होंने 96 डिबेट में हिस्सा लिया और 317 प्रश्न पूछे हैं। बताते चलें कि साल 2014 के चुनाव से दो साल पहले ही रीति रजनीश पाठक भाजपा में शामिल हुई थीं और सांसद का चुनाव लड़ने से पहले वो जिला पंचायत अध्यक्ष थीं। 2014 के चुनाव में रीति पाठक ने सीधी विधानसभा सीट से लगातार 7 बार निर्वाचित होकर विधायक बनने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता इंद्रजीत पटेल को हरा दिया।
मध्यप्रदेश के ऐतिहासिक जिलों में से एक सीधी रीवा संभाग के 4 जिलों में से एक है। प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक कला के लिए मशहूर सीधी से पहले राज्य का सिंगरौली क्षेत्र जुड़ा हुआ था लेकिन साल 2008 में वो इससे अलग हो गया, गौरतलब है कि सिंगरौली बहुत बड़ा कोयला उत्पादन क्षेत्र है। सीधी की जनसंख्या 26 लाख 84 हजार 271 है, जिसमें 86 प्रतिशत आबादी गांवों में और 13 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में रहती है।
सीधी लोकसभा सीट में ब्राह्रमणों के खुश करने के लिए पिछले चुनाव में भाजपा ने एक ब्राह्मण नेता को टिकट दिया था तो वहीं कांग्रेस ने पटेल प्रत्याशी पर अपना दांव खेला था जिसमें वो फेल हो गई थी लेकिन क्या इस बार भी ऐसा ही कुछ होगा, ये कहना मुश्किल है क्योंकि राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है और ऐसे में इस जीत का असर लोकसभा चुनावों पर पड़ सकता है और अगर ऐसा हुआ तो भाजपा के लिए यहां वापसी करना आसान नहीं होगा।