लोकसभा चुनाव 2019: जानिए केरल की कोझिकोड सीट के बारे में
नई दिल्ली। दक्षिण भारत के केरल राज्य में कोझिकोड ऐसा शहर है जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। प्रागैतिहासिक काल में पत्थरों की गुफाएं यहीं पर प्राप्त हुई थी। संगय युग में यह शहर चेरा प्रशासन के अधीन था और व्यापार का केंद्र था। पुर्तगाली नाविक वास्कोडिगामा ने अपने दल के साथ पहली बार यहां प्रवेश किया था और यहां पहुंचने वाला वह पहला यूरोपीय नागरिक था। वास्कोडिगामा के बाद यहां डच, फ्रेंच, ब्रिटिश का आगमन शुरू हुआ। जिसके बाद यह बाद में जमोरिन साम्राज्य की राजधानी बना। 1956 में केरल राज्य के गठन के बाद कोझिकोड व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र बना। कोझिकोड इंडिकस एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार कोझिकोड कमाई, निवेश और रहने के लिहाज से देश का दूसरा सबसे बेहतर शहर है। रोजगार सृजन के मामले में कोझिकोड टियर-2 की श्रेणी में आता है। इस रैंकिंग को 2007 में एसोचैम ने अपने अध्ययन के बाद जारी किया था।
चार विधानसभा सीटें
केरल राज्य के गठन के बाद कोझिकोड पहला ऐसा शहर था जहां जहां शहरी निकाय का गठन किया गया था। शहर के पहले मेयर का नाम एच मंजुनाथ राव था। कोझिकोड में चार विधानसभा सीटें हैं जोकि मुख्य रूप से उत्तरी कोझिकोड, दक्षिणी कोझिकोड, बेपोर और इलाथूर है, इन सभी को कोझिकोड का हिस्सा माना जाता है। यहां के मौजूदा मेयर थोट्टाथिल रवींद्रन हैं जबकि डेप्युटी मेयर मीरा दार्सक हैं। शहर के सांसद एमके राघवन हैं जोकि कांग्रेस पार्टी के नेता हैं। उन्होंने पिछले चुनाव में सीपीआईएम के नेता ए विजयराघवन को हराया था।
साक्षरता स्तर काफी अधिक
शहर की कुल आबादी 1740031 है जिसमे 23.04 फीसदी लोग ग्रामीण इलाके में रहते हैं जबकि 76.96 फीसदी लोग शहरी इलाके में रहते हैं। वहीं 7.48 फीसदी लोग एससी और 0.42 फीसदी लोग एसटी हैं। यहां कई धर्मों के लोग रहते हैं जिसमे सबसे अधिक हिंदू हैं, जबकि दूसरे स्थान पर मुस्लिम आभादी आती है। यहां का साक्षरता स्तर 96.8 फीसदी है जिसमे से पुरुषों की साक्षरता 97.93 और महिलाओं की साक्षरता 95.78 फीसदी है। यहां कुल मतदाताओं की बात करें तो इनकी संख्या 1182484 है,जिसमे 571709 पुरुष मतदाता हैं जबकि 610775 महिला मतदाता हैं। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां कुल 80 फीसदी यानि 943009 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जिसमे 457548 पुरुष मतदाता और 485461 महिला मतदाताएं थीं।
कांग्रेस का दबदबा
2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार एमके राघवन ने सीपीआएम के उम्मीदवार ए विजयराघवन को हराया था। एमके राघवन को कुल 397615 यानि 42.16 फीसीद वोट मिले थे। जबकि सीपीआईएम के उम्मीदवार ए विजयराघवन को 380732 यानि 40.37 फीसदी वोट मिले थे। तीसरे पायदान पर भाजपा उम्मीदवार सीके पद्मनाभन थे जिन्हे 115760 यानि 12.28 फीसदी वोट मिले थे। आपको बता दें कि एमके राघवन कोझिकोड के 2009 से सांसद हैं। उनसे पहले 2004 में जदयू नेता वीरेंद्र कुमार यहां के सांसद थे। एमके राघवन की संसद में सक्रियता की बात करें तो लोकसभा में उनकी उपस्थिति 76 फीसदी है, इस दौरान उन्होंने कुल 323 सवाल पूछे और 68 बहस में हिस्सा लिया है।