लोकसभा चुनाव 2019: इंदौर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश की चर्चित लोकसभा सीटों में से एक इंदौर लोकसभा सीट है, जहां से लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सांसद हैं, दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इंदौर लोकसभा सीट सुमित्रा महाजन का गढ़ कहा जाता है। वो 1989 से लगातार यहां जीतती आ रही हैं। इंदौर जनसंख्या की दृष्टि से भारत के मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है। यह राज्य के शिक्षा हब के रूप में माना जाता है, इंदौर भारत का एकमात्र शहर है, जहां भारतीय प्रबन्धन संस्थान (IIM) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दोनों स्थापित हैं। मिनी मुंबई के नाम से मशहूर इंदौर की लाइफ स्टाइल मैट्रो शहरों की तरह है, और पिछले दस सालों में इस शहर ने आधुनिकता के मामले में काफी तरक्की की है। इंदौर की कुल जनसंख्या 34 लाख 76 हजार 667 है, जिसमें से 17 प्रतिशत आबादी ग्रामीण और 82 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में निवास करती है। इंदौर में 83 प्रतिशत हिंदू और 12 प्रतिशत मुस्लिम निवास करते हैं। फैशन की दुनिया में भी इंदौर अग्रणी स्थान रखता है।
साल 1952 और 1957 के लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस जीती थी लेकिन 1962 के चुनाव में यहां कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने जीत दर्ज की, इसके बाद साल 1971 के चुनाव में फिर से यहां कांग्रेस की वापसी हुई लेकिन 1977 का चुनाव भारतीय लोकदल ने जीता और इसके बाद 1980 और 1984 दोनों ही सालों में यहां कांग्रेस का बोल-बाला रहा। साल 1989 के चुनाव में यहां पहली बार भाजपा जीती और सुमित्रा महाजन यहां से सांसद चुनी गईं, उन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाशचंद्र सेठी को 1,11,614 मतों के भारी अंतर से हराया था, इसके बाद से वो अब तक लगातार इस सीट से सांसद हैं यानी की साल 1989 से लेकर अब तक यहां केवल भाजपा की ही राज है।
साल 2014 के चुनाव में इंदौर लोकसभा सीट सुमित्रा महाजन ने लगातार आठवीं बार भाजपा की झोली में डाली थी, वह भी नए रिकार्ड के साथ, मध्यप्रदेश में सुमित्रा महाजन की 4 लाख 66 हजार 901 की जीत प्रदेश के किसी भी उम्मीदवार की सबसे बड़ी जीत थी, जिसके बाद सुमित्रा महाजन को सर्वसम्मति से सोलहवीं लोकसभा का अध्यक्ष बनाया गया।