लोकसभा चुनाव 2019: गंगानगर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: राजस्थान की गंगानगर लोकसभा सीट से सांसद भाजपा के निहालचंद मेघवाल हैं। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मास्टर भंवरलाल मेघवाल को 29,17,41 वोटों से हराया था। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 पर कांग्रेस और नंबर 3 पर NUZP थी। साल 2014 के चुनाव में गंगानगर सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 17 लाख 18 हजार 421 थी, जिसमें मात्र 12 लाख 56 हजार 806 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था। इसमें पुरुषों की संख्या 6 लाख 81 हजार 63 और महिलाओं की संख्या 5 लाख 75 हजार 743 थी। गंगानगर के 72 प्रतिशत लोग हिंदू धर्म में और मात्र 2 प्रतिशत लोग इस्लाम धर्म में यकीन करते हैं।
गंगानगर लोकसभा सीट का इतिहास
गंगानगर लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं, ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। साल 1952 के चुनाव में यहां पहली बार आम चुनाव हुए जिसे कि कांग्रेस ने जीता था और पन्नालाल बारुपाल यहां से सांसद चुने गए थे। वो 1952 से लेकर 1971 तक इस सीट पर सांसद रहे लेकिन 1977 का चुनाव जनता पार्टी ने यहां जीता। 1980 में एक बार फिर से यहां कांग्रेस विजयी हुई और 1984 तक उसका जादू यहां बरकरार रहा लेकिन 1989 के चुनाव में जनता पार्टी ने जीत दर्ज की जबकि 1991 के चुनाव में एक बार फिर से यहां के लोगों ने पंजे पर भरोसा किया और बीरबल राम यहां से सांसद बने। साल 1996 के चुनाव में पहली बार यहां भाजपा जीती और निहालचंद मेघवाल यहां के सांसद चुने गए लेकिन 1998 के चुनाव में फिर से यहां कांग्रेस को सफलता मिली लेकिन इसके एक साल बाद ही चुनाव में भाजपा ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया और निहालचंद मेघवाल सांसद की कुर्सी पर बैठे, साल 2004 के चुनाव में मेघवाल को ही यहां जीत मिली। साल 2009 में भी यहां भाजपा जीती लेकिन इस बार भरत राम मेघवाल यहां से एमपी बने लेकिन साल 2014 के चुनाव में जब यहां पर कमल खिला तो सांसद की कुर्सी एक बार फिर से निहालचंद मेघवाल बैठे।
निहालचंद मेघवाल का लोकसभा में प्रदर्शन
निहालचंद मेघवाल को मोदी सरकार में रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री बनाया गया और वे मोदी कैबिनेट में राजस्थान के एकमात्र प्रतिनिधि रहे। सिर्फ 43 साल की उम्र में निहालचंद लगातार छठी बार लोकसभा चुनाव लड़े और चौथी बार सांसद बने थे। दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में उनकी उपस्थिति 88 प्रतिशत रही और इस दौरान उन्होंने 31 डिबेट में हिस्सा लिया और 152 प्रश्व पूछे हैं।
राजस्थान प्रदेश, परिचय प्रमुख बातें-
राजस्थान प्रदेश के उत्तरी हिस्से में बसा गंगानगर जिले का अपना एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। ये गजल सम्राट जगजीत सिंह की जन्मस्थली भी है। गंगानगर को 'अन्न का कटोरा' भी कहा जाता है क्योंकि यह प्रमुख व्यापारिक मंडी है। कृषि के लिहाज से भी ये काफी समृद्द क्षेत्र है। गंगानगर की कुल आबादी 27 लाख 49 हजार 150 है, जिसमें से 73 प्रतिशत लोग गांवों में और 26 प्रतिशत लोग शहरों में रहते हैं।
चार बार से लगातार इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है और कांग्रेस यहां जीत के लिए तरस रही है लेकिन इस बार राज्य के राजनीतिक समीकरण बदले हुए हैं, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार हुई है और इस वक्त सूबे में कांग्रेस की हुकूमत है, ऐसे में क्या एक बार फिर इस सीट पर कमल खिलेगा या फिर कांग्रेस का सूखा खत्म होगा , ये देखने वाली बात हौगी, जहां इस सीट को अपने पास बचाए रखने की चुनौती भाजपा के सामने है, वहीं आत्मविश्वास से भरी कांग्रेस हर हालत में इस सीट को जीतने का प्रयास करेगी, देखते हैं शह-मात के इस खेल में विजेता कौन बनता है।