लोकसभा चुनाव 2019 : बरहमपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: ओडिशा की बरहमपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बीजेडी के सिद्धांत महापात्रा हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में सिद्धांत महापात्रा को 3 लाख 98 हज़ार 107 वोट मिले। उनके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रशेखर साहू को 2 लाख 70 हज़ार 387 वोट मिले। जीत का अंतर रहा 1 लाख 27 हज़ार 720। बीजेपी उम्मीदवार रामा चंद्र पांडा तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 1 लाख 58 हज़ार 811 वोट मिले। सीपीएम उम्मीदवार ने भी बरहमपुर लोकसभा सीट पर 35 हज़ार से ज्यादा वोट हासिल करने में कामयाब रहे। वहीं आम आदमी पार्टी की भी प्रतीकात्मक उपस्थिति देखी गयी। पार्टी प्रत्याशी धनाडा कांत मिश्रा को 8 हज़ार 248 वोट मिले।
बरहमपुर लोकसभा सीट का इतिहास
बरहमपुर सीट कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। प्रधानमंत्री रहते पीवी नरसिम्हाराव ने बरहमपुर से ही चुनाव लड़ा था। यह बात अलग है कि जीत के बावजूद कांग्रेस बहुमत से तब दूर रह गयी और वे दोबारा प्रधानमंत्री नहीं बन पाए। बरहमपुर में कांग्रेस 1957 से लेकर 1998 तक कभी हारी नहीं। पीवी नरसिम्हाराव के बाद 1998 में जयंती पटनायक ने बरहमपुर से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किया। एक बार फिर कांग्रेस 2004 में यह सीट जीतने में कामयाब रही। उसके बाद से बीजेडी के सिद्धांत महापात्रा लगातार दो बार से सांसद हैं। बरहमपुर लोकसभा क्षेत्र की आबादी 19 लाख 31 हज़ार 875 है। यहां गावों में करीब 69 फीसदी लोग रहते हैं जबकि शहरों में 31 फीसदी।
बरहमपुर में रहने वाले अनुसूचित जाति के लोगों का प्रतिशत 14.64 है जबकि यहां 18.39 फीसदी आदिवासियों रहते हैं। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान बरहमपुर में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 34 हज़ार 268 थी। इनमें से महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 54 हज़ार 179 थी जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 80 हज़ार 89. विगत लोकसभा चुनाव में 68 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे। इसका मतलब ये हुआ कि कुल 9 लाख 5 हज़ार 362 मतदाताओं ने वोट डाले। बरहमपुर में वोट देने में महिलाएं आगे रहीं थीं। 4 लाख 54 हज़ार 311 महिलाओं ने वोट डाले।
सिद्धांत महापात्र का लोकसभा में प्रदर्शन
एक सांसद के रूप में सिद्धांत महापात्र का प्रदर्शन औसत रहा है। वे संसद में बहुत ज्यादा सक्रिय नहीं रह हैं। सिद्धांत महापात्र ने 6 बार संसद की डिबेट में हिस्सा लिया। कोई सवाल पूछने का रिकॉर्ड उनके नाम नहीं है। उपस्थिति भी महज 69 फीसदी रही है। सांसद निधि से बरहमपुर के लिए भारत सरकार ने 17.5 करोड़ रुपये जारी किए, जो ब्याज समेत बढ़कर 18 करोड़ 20 लाख रुपये हो गये। सांसद सिद्धांत महापात्र ने 27 करोड़ 92 लाख के कार्यों की अनुशंसा की। डीएम ने 22 करोड़ 85 लाख के काम स्वीकृत किए। करीब 15 करोड़ 95 लाख रुपये खर्च हुए। सांसद कोष में अब भी 2 करोड़ 25 लाख रुपये की रकम बची हुई है। यह स्थिति दिसम्बर 2018 के अनुसार है।
बरहमपुर लोकसभा क्षेत्र में 7 विधानसभा सीटें हैं। छतरपुर, गोपालपुर, बरहमपुर, चिलकिटी, दिगापाहांडी, मोहाना और पारलाखेमुंडी। इनमें से छह सीटों पर बीजेडी का कब्जा है, जबकि एकमात्र सीट कांग्रेस के पारलाखेमुंडी पास है। जाहिर है बरहमपुर सीट पर बीजेडी का दबदबा है, मगर कांग्रेस भी यहां कमजोर नहीं है। वहीं बीजेपी का भी अच्छा खासा प्रभाव है। अगर कांग्रेस वामदलों के साथ-साथ बीएसपी, आप जैसी पार्टियों को साथ लेकर चुनाव लड़े तो चुनाव में उसकी सम्भावनाएं बेहतर हो सकती हैं।
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