लोकसभा चुनाव 2019: जानिए कर्नाटक की बेंगलुरु नॉर्थ सीट, जहां का वोटर आधुनिक सोच वाला
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बेंगलुरु। नॉर्थ बेंगलुरु के तहत बेंगलुरु के लोकप्रिय इलाके जैसे बनासवाडी, एचबीआर लेआउट, हेब्बाल, हेन्नुर, जाकुर, जालाहल्ली ईस्ट और वेस्ट, पीनिया इंडस्ट्रीयल एरिया, संजीवनी नगर, यशवंतपुर जैसे इलाके आते हैं। वहीं पुट्टनहल्ली के आसपास का इलाका पूरी तरह से ग्रीन बेल्ट है। जालाहल्ली को बेंगलुरु का सबसे हराभरा इलाका कहते हैं। जालाहल्ली भी दो हिस्सों में बंटा है, ईस्ट और वेस्ट। जालाहल्ली में ही इंडियन एयरफोर्स का ट्रेनिंग सेंटर है और हर वर्ष यहां कई कैडेट्स ट्रेनिंग के लिए आते हैं।
70 के दशक में बनी नॉर्थ बेंगलुरु सीट
नॉर्थ बेंगलुरु, कर्नाटक की एक ऐसी लोकसभा सीट, जिसे कई अलग-अलग नामों से जाना गया। इस सीट पर अभी बीजेपी का शासन और केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा वर्तमान सांसद हैं। साल 1957 और सन् 1977 तक जितने भी लोकसभा चुनाव हुए इस सीट को बैंगलोर नॉर्थ के नाम से जाना गया। इसके बाद 1957 और 1962 में हुए चुनावों में इसे बैंगलोर सिटी के नाम से जाना गया। इसके बाद 1967 और 1971 में चुनाव हुए तो बैंगलोर साउथ के साथ इस संसदीय क्षेत्र को मिला दिया गया और इसे बैंगलोर नाम दिया गया। सन् 1951 से 1973 तक इस संसदीय क्षेत्र को मैसूर राज्य के तहत रखा गया था। एक नवंबर 1973 को जब मैसूर को भी कर्नाटक राज्य में मिला लिया गया तो यह बैंगलोर नॉर्थ बन गया।
कांग्रेस का दबदबा
बैंगलोर नॉर्थ में पहले लोकसभा चुनाव साल 1951 में हुए थे और कांग्रेस के केशव अयंगर यहां के पहले सांसद बने थे। साल 1957 तक वह चुनाव जीतते गए। यहां से पूर्व रेल मंत्री सीके जाफरी कांग्रेस के ऐसे सांसद थे जो लगातार पांच बार चुने गए थे। उन्होंने साल 1977 से 1996 तक हर लोकसभा चुनाव जीता था। साल 1996 में उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इसके बाद जनता दल के सी नारायणस्वामी ने उस समय चुनाव जीता और इसके साथ ही साल 1951 से 96 तक कांग्रेस की जीत का जो सिलसिला जारी था, उस पर लगाम लग गई। सीके जाफर शरीफ लेकिन साल 1999 में फिर से इसी सीट से चुने गए और उन्होंने सांसद के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया। इसके बाद साल 2004 में बीजेपी के एचटी शांगलियाना ने उन्हें मात दी और यह सीट बीजेपी के हिस्से आ गई। साल 2009 में चुनाव हुए तो बीजेपी के डीबी चंद्रगौड़ा ने चुनाव जीत। इस सीट पर अभी तक 16 लोकसभा चुनाव हुए हैं और कांग्रेस को 12 बार जीत मिली है।
सबसे ज्यादा आबादी शहरों में
अब बात करते हैं यहां के चुनावी समीकरणों की। यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 21,01,472 है। इनमें से 12,60,356 पुरुष और 11,41,116 महिला मतदाता हैं। साल 2014 में जब चुनाव हुए तो बीजेपी के डीवी सदानंद गौड़ा ने कांग्रेस के उम्मीदवार सी नारायणस्वामी को मात दी। गौड़ा को 718,326 वोट मिले तो नारायणस्वामी को 488,562 वोट्स मिले। नॉर्थ बेंगलुरु की आबादी 29,31,270 है। जहां सिर्फ 7.45 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है तो 92.54 प्रतिशत आबादी शहरी है। यहां पर एससी आबादी 11.97 प्रतिशत है तो वहीं एसटी आबादी 2.21 प्रतिशत है। अगर चुनावों में प्रदर्शन की बात करें तो कांग्रेस हर बार बीजेपी पर हावी रही है। 70 प्रतिशत बीजेपी के हिस्से में आई तो बीजेपी के हिस्से 30 प्रतिशत हिस्से आई है।