कांग्रेस-सिद्धू की डील के पीछे प्रियंका गांधी का हाथ और किसका दिमाग?
मीडिया सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस-सिद्धू के बीच डील कराने में प्रियंका गांधी ने बड़ा रोल निभाया है।
नई दिल्ली। भाजपा से अलग होकर पंजाब के सियासी गलियारों में खलबली मचाने वाले टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और मशहूर राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस की बीच दोस्ती कैसे हो गई, ये सवाल हर किसी के दिमाग में घूम रहा है।
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हालांकि सिद्धू खुद कांग्रेस में अभी शामिल नहीं हुए हैं लेकिन उनकी धर्मपत्नी नवजोत कौर और उनके परममित्र परगट सिंह कांग्रेस में जरूर शामिल हो गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर कहती है कि कांग्रेस-सिद्धू के बीच डील कराने में प्रियंका गांधी ने बड़ा रोल निभाया है और इस डील के पीछे असली दिमाग यूपी में कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार करने वाले प्रशांत किशोर का है।
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मालूम हो कि इस महीने की शुरूआत में सिद्धू ना तो सोनिया गांधी से मिले थे और ना ही राहुल गांधी से, बल्कि उनकी मुलाकात कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी से हुई थी। इस मुलाकात के बाद सिद्धू ने प्रियंका की तारीफ करते हुए उनकी तुलना उनकी दादी और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से की थी और प्रियंका ने भी कहा था कि सिद्धू उनके मनपसंद क्रिकेटर रहे हैं।
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और शायद इन तारीफों के पुल ने ही पंजाब में 2017 विधानसभा चुनाव के लिए सिद्धू की कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाने की नींव डाली थी। सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर और सिद्धू के बीच का दोस्ताना काफी पुराना है और ये दोस्ताना अब रंग लाया है।
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इस डील की अहम किरदार प्रियंका गांधी तो हैं ही हैं, इसके अलावा में इस रिश्ते को जोड़ने में कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर गुलाम नबी आजाद का भी अहम योगदान हैं जिन्होंने प्रियंका लोधी एस्टेट स्थित निवास पर सिद्धू के लिए लंच पार्टी आयोजित की थी, जिसमें मिस्टर एंड मिसेज सिद्धू और प्रियंका गांधी ही शामिल हुए थे।
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हालांकि पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह नहीं चाहते थे कि सिद्धू, पार्टी में शामिल हों क्योंकि उन्हें लगता था कि पूर्व क्रिकेटर पार्टी में आने के लिए कोई शर्त रखेंगे लेकिन जब प्रियंका गांधी का फोन उनके पास गया तो वो अपनी सारी बातों को भूल गए।
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अब सिद्धू और प्रियंका के बीच में क्या डील हुई है ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इसमें कोई शक नहीं सिद्धू ने बहुत बड़ा रिस्क लिया है।भाजपा से गुस्सा और बगावत के बाद आवाज-ए-पंजाब से रिश्ता तोड़कर सिद्धू ने कांग्रेस के सहारे 2017 विधानसभा चुनाव मैच जीतने की तैयारी की है, देखते हैं इस मैच में वो शतक लगाते हैं या फिर जीरो पर आउट होते हैं।