संसद भवन के नए डिजाइन पर प्रियंका ने उठाए सवाल, कहा- अपने दोस्तों की जेब भर रही सरकार
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद के भवन के साथ-साथ इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन के बीच तीन किलोमीटर लंबे और डेढ़ किमी चौड़े इलाके का पुनर्निर्माण कराने का फैसला किया है। सरकार ने नई डिजाइन तैयार करने के लिए गुजरात की एक कंपनी को ये जिम्मेदारी दी है, जिसपर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
प्रियंका गांधी ने सरकार के इस फैसले पर ट्वीट कर कहा, 'संसद से इंडिया गेट तक दिल्ली के सबसे मशहूर, खूबसूरत, ऐतिहासिक स्थान को 'सुंदर' बनाने का एक गुजराती कंपनी को ठेका और सरकार का अनुमानित खर्चा = 12,450 करोड़ रुपए है। यूपी के गन्ना किसानों का बकाया = 7,000 करोड़ रुपए, भाजपा सरकार होश खो रही है।'
प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसान के पेट पर लात मारकर अपने मित्रों की जेब भर रही है, जिस दिन देश का किसान जागेगा, उस दिन से सावधान...वह दिन आएगा। इसके पहले, आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने संसद भवन और आसपास की अन्य ऐतिहासिक इमारतों के पुनर्विकास की योजना के मद्देनजर इमारतों के भविष्य को लेकर संशय दूर करते हुए साफ किया कि राष्ट्रपति भवन, संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक एवं साउथ ब्लॉक के स्वरूप में कोई बदलाव नहीं आएगा।
संसद भवन पुनर्विकास योजना के तहत बनने वाली इमारतों के डिजाइन सहित अन्य कामों की जिम्मेदारी गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती रिवर फ्रंट बनाने वाली कंपनी एचपीसी डिजाइन को सौंपे जाने की जानकारी देते हुए हरदीप पुरी ने बताया कि परियोजना के तहत किसी भी इमारत को तोड़ा नहीं जाएगा। इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन के बीच के इलाके का पुनर्निर्माण होगा। बता दें कि इसपर करीब 12500 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है।