सुषमा स्वराज के निधन पर दुखी हुए पीएम मोदी, ट्वीट कर कही यह बात
पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
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नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। हार्ट अटैक के बाद सुषमा स्वराज को दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। एम्स में भर्ती करते समय उनकी हालत बेहद गंभीर थी। सुषमा स्वराज के निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर ट्वीट कर गहरा शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने कहा कि सुषमा स्वराज के निधन से भारतीय राजनीति का एक महान अध्याय समाप्त हो गया।
करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा थीं सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'भारतीय राजनीति में आज एक महान अध्याय समाप्त हो गया। भारत अपनी उस असाधारण नेता के निधन पर शोक व्यक्त करता है, जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक सेवा और गरीबों के जीवन को समर्पित किया। सुषमा स्वराज जी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत थीं।'
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द्विपक्षीय संबंधों में अहम भूमिका निभाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, 'सुषमा जी का निधन निजी क्षति है। उन्होंने देश के लिए जो किया, उनके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। दुख की इस घड़ी में मेरी सांत्वना उनके परिवार और समर्थकों के साथ है। ओम शांति।' एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, 'वो एक शानदार प्रशासक रहीं, सुषमा जी ने जिस भी किसी मंत्रालय का प्रभार संभाला वहां उन्होंने ऊंचे मानडंद स्थापित किए। दूसरे देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। बतौर मंत्री हमने उनकी दयाभावना को भी बखूबी देखा कि किस तरह से उन्होंने दूसरे मुल्कों में फंसे भारतीयों की मदद की।'
सुषमा स्वराज ने नहीं लड़ा था लोकसभा चुनाव
आपको बता दें कि सुषमा स्वराज सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती थीं और विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने कई लोगों की सोशल मीडिया के माध्यम से ही मदद की। सुषमा स्वराज 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ीं थी। उन्होंने पत्र लिखकर पीएम मोदी से निवेदन किया था कि कृप्या उन्हें मंत्री ना बनाया जाए। सुषमा स्वराज ने लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के एक महीने के भीतर ही सरकारी बंगला खाली कर एक उदाहरण पेश किया था।
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