HRD मंत्रालय का नाम अब हुआ शिक्षा मंत्रालय, राष्ट्रपति ने जारी किया नोटिफिकेशन
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय का अब नया नाम शिक्षा मंत्रालय हो गया है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अधिसूचना जारी करने के साथ ही अब आधिकारिक रूप से मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय हो गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई को नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी थी। साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय किए जाने पर मुहर लगाई थी।
राष्ट्रपति कोविंद द्वारा नाम बदलने को लेकर अधिसूचना जारी कर देने के बाद यह काम पूरा हो गया। नरेंद्र मोदी सरकार ने इसरो के पूर्व अध्यक्ष के कस्तूरीरंगन की अगुवाई में एक समिति को नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने का जिम्मा सौंपा था। समिति ने पहला प्रस्ताव मंत्रालय का नाम फिर बदलने का रखा था।
वर्ष 2018 में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष और 'कॉन्फ्रेंस ऑन एकेडमिक लीडरशिप ऑन एजुकेशन फॉर रिसर्जेंस' की संयुक्त संगठन समिति के भी अध्यक्ष राम बहादुर राय ने यह विचार रखा था। बता दें कि पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय ही था। 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इसका नाम बदल कर एचआरडी मंत्रालय कर दिया था। पी वी नरसिम्हा राव, राजीव गांधी मंत्रिमंडल में पहले मानव संसाधन विकास मंत्री बने थे।
उधर नई शिक्षा नीति के अमल पर पीएम के रुख के बाद शिक्षा मंत्रालय अब नीति को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए पूरी शिद्दत से जुट गया है। राज्यों के साथ चर्चा शुरू कर दी है। इसे सिर्फ चर्चा तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि सभी राज्यों से इसके अमल का एक प्लान मांगा जाएगा। वैसे भी राज्यों की सक्रिय भागीदारी के बगैर नीति का अमल मुश्किल है।
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