'कोर्ट कर चुका फैसला,आरोप से पहले सदन को दें सबूत', Pegasus spyware मामले में बोले अमित शाह
इजराइली साफ्टवेयर पेगासस जासूसी मामले को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे आरोपों का सबूत देना चाहिए।
Amit Shah on Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर मामले में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया गया है। बुधवार को सदन में तीखी नोंकझोंक के बीच के बीज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ऐसे आरोप लगाने से पहले सबूत देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह सदन गंभीर चर्चा के लिए है ना कि निराधार राजनीति से प्रेरित आरोपों के लिए।
लोकसभा में बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के बीच तीखी नोंकझोंक देखने को मिली। केंद्र सरकार पर पेगासस जासूसी मामले आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने (कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई) गभीर आरोप लगाए हैं किपेगासस के माध्यम से उनका फोन टैप किया गया था। गृह मंत्री ने कहा, "सबूत दीजिए, सुप्रीम कोर्ट पहले ही फैसला कर चुका है। आप ऐसी बातें यूं ही नहीं कह सकते। यह सदन गंभीर चर्चा के लिए है, निराधार और राजनीति से प्रेरित आरोपों के लिए नहीं।"
दरअसल सांसद गौरव गोगोई ने केंद्र पर सरकार पर इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए मोबाइल फोन टैप करने के आरोप लगाए। गौरव गोगोई ने सदन में केंद्र को संबोधित करते हुए कहा, "आप हम पर जासूसी करते हैं, पेगासस के साथ हमारे फोन पर टैप करते हैं। आप पेगासस के साथ पत्रकारों की जासूसी करते हैं। पेगासस के जरिए आपने कितने ड्रग माफिया पकड़े हैं?" गोगोई ने आगे कहा कि अगर उन्होंने गलत बयान दिया है तो सरकार को सामने आना चाहिए और कहना चाहिए कि उसने पेगासस का इस्तेमाल नहीं किया है।
सदन में असम के सांसद गोगोई ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर एक चर्चा के दौरान सवाल किया कि अब तक इसे रोकने के लिए हवाई अड्डों और समुद्र और भूमि सीमाओं पर निगरानी कैसे बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सीमा सुरक्षा की बात करती है तो सरकार को जवाब देना चाहिए कि अब तक सीमा सुरक्षा बलों को कैसे मजबूत करने के क्या कदम उठाए गए हैं।
कांगेस सांसद के सवाल के पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की ड्रग्स के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति है। जो देश हमारे देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं वे ड्रग्स से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल उसी के लिए कर रहे हैं। इस गंदे पैसे की मौजूदगी भी धीरे-धीरे हमारी अर्थव्यवस्था को खोखला कर देती है। नशाखोरी एक गंभीर समस्या है जो पीढ़ियों को नष्ट कर रही है।
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सदन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ड्रग्स से होने वाले मुनाफे का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए भी किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों को मिलकर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। हमें सीमाओं, बंदरगाहों और हवाई अड्डों के माध्यम से दवाओं के प्रवेश को रोकने की जरूरत है। राजस्व विभाग, एनसीबी और मादक पदार्थ रोधी एजेंसियों को एक ही पृष्ठ पर होने वाले खतरे के खिलाफ काम करना होगा।