प्रवीण तोगड़िया ने की पीएम से अपील, कहा- नरेन्द्र भाई चलिए साथ आते हैं
प्रवीण तोगड़िया ने यह भी बताया है कि वह पीएम मोदी के पुराने दोस्त हैं और इसी वजह से उन्हें सलाह भी देना चाहते हैं कि वह उस सीढ़ी को ना तोड़ें जिसके सहारे वह इस शिखर पर पहुंचे हैं
नई दिल्ली। 'नरेन्द्र भाई चलिए साथ आते हैं और देश के लिए काम करते हैं। देश के सामने बेरोजगारी, किसानों की बदहाल स्थिति और उद्योगों की बहाली की बड़ी चुनौतियां हैं।' ये अपील विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिश्तों को सुधारने के लिए पहल की है।
'हिन्दुत्व के हित में उनके साथ आएं'
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक प्रवीण तोगड़िया ने प्रधानमंत्री मोदी को भेजे संदेश में कहा है कि वह देश और हिन्दुत्व के हित में उनके साथ आएं और आपसी मतभेदों को खत्म करें। तोगड़िया ने पीएम मोदी से अपील करते हुए कहा, 'नरेन्द्र भाई चलिए साथ आते हैं और देश के लिए काम करते हैं। देश के सामने बेरोजगारी, किसानों की बदहाल स्थिति और उद्योगों की बहाली की बड़ी चुनौतियां हैं। देश से किए वादों को पूरा करने के लिए हमारा साथ आना जरूरी है।'
पीएम मोदी के पुराने दोस्त हैं तोगड़िया
प्रवीण तोगड़िया ने यह भी बताया है कि वह पीएम मोदी के पुराने दोस्त हैं और इसी वजह से उन्हें सलाह भी देना चाहते हैं कि वह उस सीढ़ी को ना तोड़ें जिसके सहारे वह इस शिखर पर पहुंचे हैं। पीएम मोदी को मोटा भाई यानि बड़ा भाई कहते हुए तोगड़िया ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि मोटा भाई सत्ता के आकाश से जमीन पर देखते हुए हमारे जैसे पुराने दोस्तों से बातचीत करेंगे। तोगड़िया ने कहा कि पीएम मोदी विदेश के नेताओं से संवाद करते हैं और अब उन्हें हम जैसे नेताओं के लिए भी थोड़ा वक्त निकालना चाहिए।
गुजरात सरकार ने वापस लिया था मुकदमा
अहमदाबाद की एक अदालत ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता प्रवीण तोगड़िया और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं समेत 39 लोगों के विरुद्ध 1996 में दर्ज किए गए हत्या के प्रयास के मामले को वापस लेने की गुजरात सरकार की दरख़्वास्त मंगलवार को मान ली। यह मामला तत्कालीन भाजपा मंत्री आत्माराम पटेल पर हमले से जुड़ा है जो पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के करीबी माने जाते थे। वर्ष 1998 में केशुभाई पटेल की अगुवाई वाली तत्कालीन भाजपा सरकार ने सीआरपीसी की धारा 321 के तहत यह दरख़्वास्त लगाई थी। आरोपियों के विरुद्ध हत्या के प्रयास एवं अन्य आरोपों को लेकर प्राथमिकी दर्ज होने के दो साल बाद यह अर्ज़ी लगाई गई थी। गुजरात सरकार के इस फैसले पर तोगड़िया ने मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा को धन्यवाद दिया है।
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