प्रकाश जावड़ेकर का केजरीवाल को जवाब- ब्लेम गेम खेलने से वायु प्रदूषण नियंत्रित नहीं होगा
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्थिति में पहुंचने पर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी गई है, साथ ही राजधानी में सभी स्कूलों के 5 नवंबर तक बंद रखने का आदेश भी जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़े वायु प्रदुषण के लिए पंजाब और हरियाणा सरकार को इसका जिम्मेदार बताया है। केजरीवाल के आरोपों पर पटलवार करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली से सटे राज्यों को एक साथ बैठकर इसका हल निकालने का सुझाव दिया है।
एक कार्यक्रम में प्रकाश जावड़ेकर ने केजरीवाल के उस ट्वीट का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि, दिल्ली के पड़ोसी राज्यों की सरकारे किसानों के पराली जलाने पर मजबूर करती हैं। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, दिल्ली के सीएम प्रदूषण का राजनीतिकरण कर रहे हैं और उन्होंने इसे ब्लेम गेम बना दिया है। खुद दिल्ली की सरकार ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे बनाने के लिए 3500 करोड़ रुपये नहीं दिए थे, जिससे दिल्ली के प्रदूषण को कम किया जा सकता था। अगर हम समस्या के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते रहे तो इससे समस्याएं और बढ़ेंगी।
राज्यों
को
करनी
चाहिए
बैठक
प्रकाश
जावड़ेकर
ने
मतलब
पर
चिंता
व्यक्त
करते
हुए
कहा
कि,
जनता
को
प्रदूषण
से
निजात
दिलाने
की
जिम्मेदारी
सबकी
है,
मैं
अपील
करता
हूं
कि
हरियाणा
और
पंजाब
पर
इसका
आरोप
मढ़ने
की
बजाए
दिल्ली
और
उससे
सटे
पांच
राज्यों
को
एक
साथ
बैठना
चाहिए
और
वायु
प्रदूषण
कम
करने
के
उपायों
पर
चर्चा
करनी
चाहिए।
प्रकाश
जावड़ेकर
ने
केजरीवाल
के
आरोपों
को
गलत
ठहराते
हुए
प्रदुषण
कंट्रोल
करने
की
सलाह
दी
है।
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केजरीवाल
ने
किया
था
ये
ट्वीट
दिल्ली
में
प्रदूषण
के
लिए
सीएम
केजरीवाल
ने
पंजाब
और
हरियाणा
सरकारों
पर
हमला
बोला
है।
उन्होंने
कहा
कि,
दिल्ली
की
सीमा
पर
किसान
अपने
खेतों
में
पराली
जला
रहे
हैं
और
वहां
की
सरकारें
इस
पर
कोई
एक्शन
नहीं
ले
रही
हैं।
उन्होंने
ट्वीट
में
लिखा,
खट्टर
और
कैप्टन
सरकारें
अपने
किसानों
को
पराली
जलाने
पर
मजबूर
कर
रहीं
हैं
जिसकी
वजह
से
राजधानी
दिल्ली
में
प्रदूषण
है।
शुक्रवार
को
पंजाब
और
हरियाणा
भवन
पर
लोगों
ने
प्रदर्शन
कर
वहां
की
सरकारों
के
प्रति
अपना
रोष
प्रकट
किया
है।