यहां शेरों की सेंचुरी के बीच एक वोटर के लिए बनाया जाता है पोलिंग बूथ
शिमला। देश में एक ऐसा भी गांव है जहां पर एक मतदाता के लिए पोलिंग बूथ लगाया जाता है। हम बात कर रहे हैं गुजरात के गिरि जिले की बानेज गांव की। जहां पर चुनाव अयोग हर इलेक्शन में वहां पर एक मतदाता के लिए पोलिंग बूथ बनवाती है। बानेज ऐतिहासिक तीर्थ स्थल है और घने जंगलों के बीच स्थित है।
यह पोलिंग बूथ गुजरात की शान कहे जाने वाले एशियाई शेरों के गिर सेंचुरी के अंदर है। इस सेंचुरी के अंदर किसी को रहने की इजाजत नहीं है लेकिन बनेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी महंत भारतदास गुरु दर्शन दास पिछले कई वर्षों से यहां रह रहे हैं। बानेज गांव में वह एकमात्र वोटर हैं। जंगल के बीचोबीच स्थित होने की वजह से वह 20 किमी चलकर वोट डालने नहीं जा सकते हैं।
टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक साल 2002 के बाद से चुनाव आयोग इस गांव में मतदान की पूरी व्यवस्था करता आया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, अन्य पोलिंग बूथों की तरह यहां बानेज में एक वोटर के मतदान के लिए पूरे कर्मचारी आते हैं। इस दस्ते में मतदान अधिकारी, दो चुनाव एजेंट, एक चपरासी, दो पुलिसकर्मी और एक सीआरपीएफ जवान मतदान खत्म होने तक ड्यूटी करते हैं।
चुनाव के एक दिन पहले वन विभाग के कमरे में मतदान अधिकारी रुकते हैं जो मंदिर से 100 मीटर दूर है। इसी कमरे में ही अगले दिन पोलिंग बूथ बना दिया जाता है।