राष्ट्रपति मैंक्रो के आमंत्रण पर फ्रांस रवाना पीएम मोदी, UAE और बहरीन का भी करेंगे दौरा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने और फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के मकसद से आज फ्रांस रवाना हो गए। पीएम मोदी इसके साथ ही यूएई और बहरीन का दौरा भी करेंगे। फ्रेंच राष्ट्रपति मैंक्रो ने पीएम मोदी को जी 7 सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। मैंक्रो के साथ मुलाकात में पीएम मोदी रक्षा, सुरक्षा, आतंकवाद समेत व्यापार और दूसरे मसलों पर चर्चा कर सकते हैं।
आज शाम होगी मैंक्रो से मुलाकात
पीएम मोदी आज शाम फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचेंगे। यहां से वह सीधा मैंक्रो के साथ वार्ता के लिए रवाना हो जाएंगे। फ्रेंच राष्ट्रपति की ओर से पीएम मोदी के सम्मान में एक खास डिनर का आयोजन भी किया गया है। यह डिनर शेतयू दे शैनटिली में आयोजित किया जा रहा है। 19वीं सदी में अस्तित्व में आई यह जगह पेरिस से करीब 60 किलोमीटर दूर है। फ्रांस के दौर पर पीएम मोदी यहां पर बसे भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे। इसके अलावा नीद दे आइग्ले में एयर इंडिया के प्लेन क्रैश में मारे गए भारतीयों की याद में बनाए गए एक मेमोरियरल का भी उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी के दौरे पर विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि फ्रांस का द्विपक्षीय दौरा और जी 7 समिट का आमंत्रण यह बताने के लिए काफी है कि भारत और फ्रांस के बीच एक उच्चस्तरीय राजनीतिक साझेदारी है जो काफी मजबूत है। पीएम मोदी इस दौरान मैंक्रो से जलवायु परिवर्तन और साइबर स्पेस से जुड़े मुद्दों पर भी बात कर सकते हैं।
Deepening our multifaceted partnerships across regions.
PM @narendramodi departs for bilateral visits to France, UAE and Bahrain from 22-26 August. On a special invitation from President Macron of France, PM will also participate in the 2019 G7 Summit as Biarritz Partner. pic.twitter.com/XsQcJjBONm
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 22, 2019
फ्रांस में लिया जाएगा पाकिस्तान पर बड़ा फैसला
यह बात और भी ज्यादा दिलचस्प है कि पीएम मोदी ऐसे समय में फ्रांस का दौरा कर रहे हैं जब अक्टूबर में यहां पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की मीटिंग होने वाली है। इस मीटिंग में पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने पर अहम फैसला लिया जा सकता है। मैंक्रो के साथ चर्चा में पीएम मोदी, अफगानिस्तान और भारतीय उप-महाद्वीप में हालातों पर भी बातचीत कर सकते हैं। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में रूस और अमेरिका के अलावा फ्रांस ने भी जम्मू कश्मीर के मसले पर भारत का समर्थन किया है। फ्रांस के समर्थन की वजह से पाकिस्तान और चीन को इस पूरे विषय पर यूएनएससी में असफलता का सामना करना पड़ा। पेरिस के बाद पीएम मोदी 23 और 24 अगस्त को यूएई और फिर 24-25 अगस्त को बहरीन के दौरे पर होंगे।