पीएम मोदी की ये बात वाराणसी के लोगों को पसंद नहीं आई
बनारस के रहने वाले लोगों का कहना है कि पान बनारस की शान हैं और यही नहीं देश विदेश तक इस पान का व्यापार भी यहीं से होता हैं तो इस बात को लेकर पीएम क्या कहना चाहते हैं
वाराणसी। दिल्ली में छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि धरती पर पान की पिचकारी फेंकने वालों को भारत माता की जय बोलने का हक नहीं है। गंदगी फैलाकर हमें वंदे मातरम बोलने का हक नहीं है। जो देश की सफाई करने में लगा है, उसे ही वंदे मातरम बोलने का हक है।पीएम नरेंद्र मोदी की ये बात उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों को पसंद नहीं आई। इसको लेकर बनारस में काफी लोग नाराज हैं।
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बनारस के रहने वाले लोगों का कहना है कि पान बनारस की शान हैं और यही नहीं देश विदेश तक इस पान का व्यापार भी यहीं से होता हैं तो इस बात को लेकर पीएम क्या कहना चाहते हैं। ये बात अलग हैं की पान खाने से गंदगी होती है लेकिन इसका रास्ता निकला जा सकता हैं वैसे भी इधर उधर पान की पिको को थकने वालो पर जुर्माना लगाए जाने की तैयारी हो चुकी हैं। हम सभी स्वच्छता अभियान के साथ हैं।
क्या
कहते
हैं
व्यापारी
?
बनारस
के
पक्का
महाल
के
रहने
वाले
व्यवसायी
मनीष
खत्री
ने
कहा
कि
वो
ही
नहीं
बल्कि
उनके
पूर्वज
भी
पान
का
शौक
रखते
हैं।
वो
भी
पान
खाने
का
शौक
रखते
हैं
।
मनीष
बताते
हैं
की
उनका
साड़ी
का
कारोबार
हैं
और
उनके
यह
कलकत्ता
से
लेकर
साऊथ
के
कई
शहरों
से
व्यापारी
आते
हैं
बनारस
आते
है
तो
यह
की
कचौड़ी
सब्जी
और
पान
की
डिमांड
करते
हैं
यही
नहीं
जब
वापस
जाते
हैं
तो
अपने
साथ
भी
ले
जाते
हैं।
बनारस
का
कल्चर
हैं
अतिथि
का
सम्मान
करना
और
पान
देवताओ
से
लेकर
शादियों
तक
में
चलाये
जाने
की
रस्म
चली
आ
रही
हैं।
बनारस
जब
लड़की
को
पसंद
करने
लड़के
वाले
आते
हैं
तो
कन्या
अपने
हाथो
में
पान
लेकर
ही
सबसे
पहले
आती
हैं।
हम
स्वच्छता
के
साथ
हैं
लेकिन
इस
तरीके
का
बयान
कष्ट
देने
वाला
हैं
।
पान है बनारस की शान
नगर निगम के पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने भी कहा की पान बनारस की शान है। यहां लोगो को सम्मान देने के लिए भी पान खिलाया जाता हैं तो मूड को ठीक करने के लिए भी पान तकनीक बनारसियों के पास हैं। बड़े -बड़े काम पान के एक बीड़े से निकल जाते हैं। स्वच्छता जरुरी है लेकिन पान को लेकर ऐसे बयानबाजी काशी की सभ्यता को नुकसान पहुँचता हैं रविकांत कहते हैं की भारत ही नहीं सात समदर पार से आने वाले विदेशी भी बनारस आकर लुफ्त जरूर लेते हैं।