असम गैस आग मामले की जांच के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने गठित की जांच कमेटी
असम गैस आग मामले की जांच के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने गठित की जांच कमेटी
नई दिल्ली। असम के तिनसुकिया में सरकारी गैस कंपनी 'ऑयल इंडिया' के बागजान कुएं में लगी भीषण आग पर अब तक काबू पाने में घंटो मेहनत करनी पड़ी। इस कुंए में आग पिछले 15 दिन से गैस के अनियंत्रित रिसाव के कारण लगी थी।अब इस मामले में जांच कमेटी गठित की गई हैं। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ये जांच समिति गठित की हैं जो निर्धारित प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं का पालन करने के लिए लैप्स / अंतराल पर एक रिपोर्ट की पहचान करके रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी जिसके कारण ये हादसा हुआ। समिति ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए छोटे और दीर्घकालिक उपायों की भी सिफारिश करेगी।
बता दें इस मामले में ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) ने दो कर्मचारियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है। वहीं ऑयल इंडिया के बागजान कुएं में लगी भीषण आग में दो दमकलकर्मियों की मौत हो गई है।कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि, कंपनी एक आतंरिक जांच कर रही है और हमने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है जिन पर कुएं की जिम्मेदारी थी।जांच समाप्त होने के बाद उनकी भूमिका पर निर्णय लिया जाएगा।
इससे पहले ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) के अध्यक्ष और एमडी सुशील चंद्र मिश्रा ने कहा कि पांच सदस्यीय एक जांच समिति का गठन किया गया है और प्रथम दृष्टया मानवीय भूल का कोई भी साक्ष्य मिलने पर कंपनी के कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। मिश्रा ने कहा कि कंपनी ने गैस के कुएं के निजी संचालक जॉन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ओआईएल ने बुधवार को कहा कि बाघजन कुएं की आग बुझाने में उसके दो अग्निशमन कर्मियों की मौत हो गई। कुएं में इतनी भीषण आग लगी है कि उसे 30 किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता है। कई मीटर ऊंचे उठते काले धुएं से डिब्रु सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान की स्थानीय जैव विविधता को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
कैटरीना कैफ ने दिहाड़ी मजदूर महिलाओं की मदद करने का किया ऐलान, कर रहीं ये नेक काम