फिर 'देवदूत' बनी इंडियन आर्मी, जिंदा वापस लौटी महिला ने कहा- सेना ने एक-एक श्रद्धालु को बचाया
श्रीनगर, 09 जुलाई: अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक 16 लोगों की मौत हो गई है। 45 लोग अभी लापता हैं। सेना ने शनिवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने अभी तक हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। सेना की ओर से चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन ने लोगों के दिलों को जीत लिया है। सेना द्वारा बचाई गए लोगों उनके काम की तारीफ कर रहे हैं। मुसीबत की घड़ी में देवदूत बनकर आई सेना लगातार लापता हुए लोगों को खोजने की कोशिश कर रही हैं।
महिला बोली- जिस तरह से हम लोगों को फौजी ने बचाया है...
अमरनाथ गुफा से निकाले गए लोग सुरक्षित पंजतरणी में संगम बेस पहुंचाए जा रहे हैं। मुसीबत से बहार निकले लोगों ने भारतीय सेना के प्रयासों की सराहना की है। एक महिला श्रद्धालु ने आर्मी की तारीफ करते हुए कहा कि, उस दृश्य को देखकर दिल दहल गया था। जिस तरह से हम लोगों को फौजी ने बचाया है, सेना ने एक एक लोग को बचाया, हम अपनी आर्मी को शत्-शत् नमन करते हैं। सेना के अधिकारी ने बताया कि हादसे का शिकार हुए 29 लोगों को बचाया गया, जिनमें से 9 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
Recommended Video
15,000 तीर्थयात्रियों को पंजतरणी स्थानांतरित किया गया
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास बादल फटने के कारण अचानक आयी बाढ़ के चलते फंसे कम से कम 15,000 तीर्थयात्रियों को यहां निचले आधार शिविर पंजतरणी स्थानांतरित कर दिया गया है भारतीय वायु सेना ने अमरनाथ में बचाव और राहत कार्यों के लिए अपनी परिवहन और हेलीकॉप्टर संपत्तियों को सेवा में लगा दिया है। एमआई-17V5 हेलीकॉप्टरों ने पंचतरणी में एनडीआरएफ और नागरिक प्रशासन कर्मियों मदद से लगभग 2 दर्जन लोगों को बचाया है, वहीं हेलीकॉप्टर छह शवों को भी वापस लेकर आए हैं।
सेना के विमान स्टैंडबाय पर
एनडीआरएफ डीजी अतुल करवाल ने कहा कि 16 मौतों की पुष्टि हुई है। लगभग 40 अभी भी लापता हैं। भूस्खलन नहीं, लेकिन बारिश जारी है। वायुसेना के एमआई-17V5 और चीतल हेलीकॉप्टरों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। भारतीय वायु सेना ने एक बयान में बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों में सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर विमान स्टैंडबाय पर हैं। बताया जा रहा है कि मलबे में कुछ और लोग दबे हो सकते हैं।
अमरनाथ के बाद डोडा में फटा बादल, मिट्टी में यूं धंस गए कई वाहन, गाड़ियां क्षतिग्रस्त, हाईवे ब्लॉक
सर्च ऑपरेशन में कुत्तों को लगाया गया
जम्मू-कश्मीर पुलिस का माउंटेन स्क्वायड मलबे के भीतर जाने की कोशिश में लगा हुआ है। रेस्क्यू टीम के सदस्य कई बार भीतर पहुंचने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन बहाव तेज और पानी बहुत ज्यादा ठंडा है. टीमें मौके पर रेस्क्यू में जुटी हुई हैं। बचाव कार्य के लिए खोजी कुत्तों को अमरनाथ गुफा के आसपास के क्षेत्रों में ले जाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक प्रशासन ने शुक्रवार रात को ही यात्रा स्थगित कर दी गई थी। पहलगाम और बालटाल में बने बेस कैम्प से आगे किसी यात्री को जाने की इजाजत नहीं है। शनिवार सुबह बेस कैम्प के बाहर यात्रियों की जबरदस्त भीड़ जमा हो गई। इसके लेकर प्रशासन की ओर से जानकारी साझा नहीं की गई है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन स्थापित की है। पवित्र गुफा के पास बादल फटने से 16 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोग लापता हैं जिसके बाद यात्रा स्थगित कर दी गई है। सरकार के जनसंपर्क विभाग और श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, "अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149।