प्रशांत किशोर को लेकर तेजस्वी का नीतीश कुमार से सवाल- चाचा, काहे चुप्पी खींचे हैं?
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने पटना विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों को प्रभावित करने के आरोपों का सामना कर रहे प्रशांत किशोर के मामले में नीतीश कुमार से दखल की मांग की है। तेजस्वी ने पूछा है कि आखिर नीतीश चुप क्यों हैं। इस मामले को लेकर भाजपा विधायकों के धरनेपर बैठने के बाद तेजस्वी ने कहा है कि कुछ बोलिए चाचा जी, काहे चुप्पी खींचे है?
तेजस्वी ने किया तीखा हमला
प्रशांत किशोर पर पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को भाजपा विधायक अरुण सिन्हा, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया धरने पर बैठ गए हैं। भाजपा विधायकों के धरने पर बैठने पर तेजस्वी ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री नीतीश जी की प्रशासनिक असफलता और तानाशाही के खिलाफ भाजपा विधायक पटना में धरने पर बैठे हैं. अगर महागठबंधन में रहते हुए राजद विधायक ऐसा कर देते तो श्रीश्री नैतिकतावादी चाचा जी की अंतरात्मा जागकर अब तक राजभवन में पहुंच चुकी होती. कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है?'
एक और ट्वीट में तेजस्वी ने कहा, 'सांस-सांस में नीतीश भक्ति में लीन अफवाह मियां सुशील मोदी की भाजपा के विधायक उनके आका नीतीश कुमार की घोर प्रशासनिक विफलता के विरुद्ध धरने पर बैठे हैं लेकिन उपमुख्यमंत्री हैं कि अपने पार्टी विधायकों की बजाय नैतिक पुरुष की भक्ति को तवज्जों दे रहे हैं. बहुते ही बढ़िया. खुलासा मास्टर जी.'
ये प्रशांत किशोर के खिलाफ मामला
जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति से सोमवार को मिलने पहुंचे थे। यहां प्रशांत की कार पर छात्रों ने हमला किया था। छात्रों का आरोप है कि वो चुनाव को जयदू के पक्ष में प्रभावित कर रहे हैं। वहीं प्रशांत किशोर का कहना है कि वह अपने एक रिश्तेदार के साथ उनके काम से कुलपति से मिलने गए थे, उनको लेकर जो बातें कही जा रही हैं वो गलत हैं। एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें कथित तौर पर प्रशांत कुलपति के साथ बैठे दिख रहे हैं। कहा जा रहा है कि वो चुनाव में हस्तक्षेप की बात कर रहे हैं।
उपेंद्र कुशवाहा का भी नीतीश पर निशाना
एनडीए के एक और दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर मंगलवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, जनाब! छात्रसंघ चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर पुलिस, प्रशासन, विश्वविद्यालय सबको दंडवत करा दिया. इतनी फजीहत कराकर जीत भी गए तो क्या प्रधानमंत्री बन जाएंगे।
रालोसपा अध्यक्ष ने कहा, छात्रसंघ का चुनाव छात्रों का है. पटना विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं संवेदनशील हैं, उन्हें बख्श दें. छात्रों को राजनीतिक स्वार्थ में गुमराह कर उनके भविष्य से खिलवाड़ न करें. छात्रों के बीच वैचारिक द्वंद्व को आपराधिक रंग देना ठीक नहीं. लिंगदोह रिपोर्ट की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। छात्रसंघ चुनाव में सत्ता एवं सत्ताधारी दल की ताकत का महादुरुपयोग व्यक्ति के अहंकार की पराकाष्ठा है।
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी की मांग पर भाजपा विधायक धरने पर, कुशवाहा ने कहा- अहंकार की हद है