आज नहीं जा सकते हैं राम की नगरी अयोध्या, 10000 पुलिसकर्मी तैनात
अयोध्या। बाबरी मस्जिद के विध्वंश की आज 22वीं सालगिरह है। आज ही के दिन 1992 में सैकड़ों कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया था। जिसके चलते यूपी सहित पूरे देश में सांप्रदायिक माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। आज के दिन की संवेदनशीलता को देखते हुए 10000 हजार पुलिस कर्मियों को सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया गया।
अयोध्या में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं साथ ही निषेधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही किसी भी तरह का तैनाव न फैले इसके लिए दंगा विरोधी दस्ते को भी सतर्क कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन ने अयोध्या और फैजाबाद में थ्री टीयर की सुरक्षा का बंदोबस्त किया है और आला अधिकारियों को इसकी निगरानी का जिम्मा सौंपा है।
किसी भी असाामाजिक तत्व से निपटने के लिए दो दर्जन सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। वहीं मुस्लिम समुदाय ने इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाने की बात घोषणा की है। लोगों से आज के दिन काले झंड़े दिखाने को कहा है साथ ही आज के दिन सभी दुकानों को बंद रखने की भी घोषणा की है।
वहीं विश्व हिंदु परिषद सहित कई हिंदु संप्रदाय के लोगों ने इस दिन को बहादुरी की विजय के रूप में मनाने की घोषणा की है। सरयू नदी पर भी पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है ताकि नदी के रास्ते भी किसी तरह का तैनाव नहीं फैलाया जा सके। स्थानीय प्रशासन ने अयोध्या को जाने वाले शहर के सभी रास्तों को सील कर दिया है। कड़ी सुरक्षा के बाद ही लोगों को शहर की भीतर प्रवेश की इजाजत है।