दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा खराब, प्रदूषण का लेवल हुआ खतरनाक, रहें सावधान
नई दिल्ली। दिवाली से पहले ही राजधानी दिल्ली की आवोहवा बुरी तरह से खराब हो गई है, प्रदूषण की वजह से यहां सांस लेना बहुत मुश्किल हो गया है, पड़ोसी राज्यों में भारी मात्रा में पराली जलाए जाने के कारण दिल्ली में घुटन बढ़ती जा रही है, ये स्थिति तब है जब लोगों ने पटाखे नहीं जलाए हैं, ये हालत तब और गंभीर हो जाएंगे जब लोग कल यानी बड़ी दिवाली के दिन पटाखे फोड़ेंगे। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की ओर से लोगों को ग्रीन पटाखे जलाने की हिदायत दी गई है लेकिन फिर भी प्रदूषण की स्थिति काफी विकट है।
दिल्ली में पीएम 2.5
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार दिवाली से पहले ही दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम 10 क्रमश: 361 और 500 की बेहद खराब और आपात स्थिति की श्रेणी में पहुंच गया है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
क्या है वजह
दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाया जा रहा है, हवा की दिशा पश्चिम से उत्तर की ओर हो गई है, जिसके कारण दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में पहुंच गया है, अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली के प्रदूषण में 24 प्रतिशत योगदान पराली का है, जिसकी वजह से दिल्ली की आवोहवा बद से बदतर हालत में पहुंच गई है।
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धुंध की मोटी चादर
राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी चादर छा गई जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 345 दर्ज किया गया जो कि बेहद खराब श्रेणी में आता है।
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उठाए गए हैं सख्त कदम
- प्रदूषण को रोकने के लिए खुदाई समेत सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
- दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को वाहनों की प्रदूषण जांच को तेज करने को कहा है।
- 1 से 10 नवंबर 'स्वच्छ हवा अभियान' भी शुरू किया गया है ताकि प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाए और उनकी रिपोर्ट की जाए।
- इस अभियान के तहत प्रदूषण से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने पर लोगों पर पिछले तीन दिनों में 1 करोड़ रुपये तक जुर्माना लगाया जा चुका है।
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