दिल्ली में आज से पुरानी शराब नीति लागू, प्राइवेट ठेके बंद, जानें Buy One Get One डिस्काउंट के बारे में
दिल्ली में शराब के शौकीनों को जाम छलकाने में अब मुश्किल हो सकती है। उनके जाम आज से महंगे होने वाले हैं। दिल्ली में आज यानी 1 सितंबर से नई शराब नीति (New liquor policy) बंद हो रही है।
नई दिल्ली, 01 सितंबर: दिल्ली में शराब के शौकीनों को जाम छलकाने में अब मुश्किल हो सकती है। उनके जाम आज से महंगे होने वाले हैं। दिल्ली में आज यानी 1 सितंबर से नई शराब नीति (New liquor policy) बंद हो रही है। दिल्ली सरकार ने गुरुवार से पुरानी शराब नीति (Old liquor policy) को फिर से लागू कर दी है। इसके साथ ही दिल्ली में प्राइवेट ठेके आज से बंद हो जाएंगे। इनकी जगह अब 300 से अधिक सरकारी ठेके शुरू हो जाएंगे।
250 प्राइवेट ठेके बंद
अभी लगभग 250 निजी शराब की दुकानें चल रही थीं, जो आज से बंद हो जाएंगी। आबकारी नीति 2021-22 के तहत इन्हें लाइसेंस मिला था। हालांकि, आबकारी विभाग ने निजी लाइसेंसधारियों को पहले बता दिया था कि उन्हें 31 अगस्त के बाद खुदरा शराब की बिक्री की अनुमति नहीं दी जाएगी।
निजी दुकानदारों को शराब बेचने की मिली थी अनुमति
दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति को पिछले साल नवंबर में लागू किया था। सरकार ने शराब कारोबार से हाथ खींच कर केवल निजी ऑपरेटरों को दुकान चलाने की अनुमति दी थी। आबकारी विभाग द्वारा खुली बोली प्रक्रिया के माध्यम से कुल 849 खुदरा विक्रेताओं को लाइसेंस जारी किए गए थे।
बीजेपी-कांग्रेस ने किया विरोध
हालांकि, नई आबकारी नीति जल्द ही विवादों में घिर गई और कांग्रेस और भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भी मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके बाद दिल्ली सरकार को 30 जुलाई को नई शराब नीति वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मनीष सिसोदिया से सीबीआई ने की पूछताछ
केंद्रीय जांच एजेंसी ने नई आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से पूछताछ की, जो आबकारी विभाग के प्रमुख हैं और उनके बैंक लॉकरों की भी तलाशी ली।
अब नहीं मिलेगी छूट
नई शराब नीति के तहत बाय वन गेट वन (Buy One Get One) वाली छूट नहीं मिलेगी। पुरानी शराब नीति में इसे बंद कर दिया है। आबकारी नीति 2021-22 (नई शराब नीति) के तहत निजी शराब की दुकानों की संख्या लगभग 650 हो गई थी, लेकिन बाद में लाइसेंस धारकों ने अलग-अलग कारणों से अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए। आबकारी अधिकारियों ने कहा कि सितंबर के पहले सप्ताह से शराब की आपूर्ति में सुधार होगा क्योंकि अधिक शराब की दुकानें खोली जाएंगी।
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