कश्मीर नहीं केरल बन रहा देश विरोधी गतिविधियों का अड्डा!
कोच्चि। जहां एक तरफ अक्सर कश्मीर में लगते देश विरोधी नारों की वजह से खबरें बनती तो वहीं देश का एक हिस्सा ऐसा भी है जहां ऐसे नारे तो नहीं लगते लेकिन देश के खिलाफ गतिविधियां जारी रहती हैं। बात कर रहे हैं केरल की जहां पर युवाओं के आईएसआईएस में शामिल होने से लेकर सोने के जरिए आतंकियों की फंडिंग करने और ब्लास्ट की साजिश जैसे काम होते रहे हैं।
पढ़ें-केरल में 400 हवलदार कर आतंकियों के मददगार!
टाइम बम बनता जा रहा केरल
इंटेलीजेंस ब्यूरों (आईबी) के अधिकारियों की मानें तो केरल की स्थिति अब टाइम बम से कम नहीं है। पुलिस अधिकारी भी पिछले काफी समय से कहते आ रहे हैं कि राज्य में होती राजनीतिक गतिविधियों की वजह से यहां हो रहीं देश विरोधी गतिविधियों पर पर्दा पड़ा रहता है।
पढ़ेंं-आईएसआईएस में शामिल हुआ केरल का जर्नलिस्ट
80 संगठन केरल में
केरल में कई ऐसे मॉड्यूल्स हैं जिनकी गतिविधियां दक्षिण भारत के कई राज्यों में संचालित होती हैं। राज्य के कई हिस्सों में आज इन मॉड्यूल्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। आईबी की मानें तो राज्य में इस समय कई तरह के एक दो नहीं बल्कि 80 संगठन काम कर रहे हैं।
यहीं से शुरू हुआ था इंडियन मुजाहिदीन
केरल के वागामान कैंप केस के बाद पता चला कि यहां पर कैसे आतंकी कामों को आगे बढ़ाया जा रहा है। वागामान कैंप केस में देश से आए तमाम आतंकियों ने मुलाकात की और फिर उन्होंने तय किया देश में आतंकी हमलों के लिए एक बड़े संगठन को तैयार किया जाएगा।
एक मुश्किल जगह बना केरल
यहीं से इंडियन मुजाहिदीन की शुरुआत हुई थी। इसके अलावा हवाला के जरिए भी सबसे ज्यादा रकम केरल भेजी जाती है। हाल ही में यहां से 20 लड़कों के आईएसआईएस ज्वॉइन करने भी खबरें हैं।
सेंट्रल एजेंसियां भी मानती हैं कि केरल वह जगह है जहां पर काम करना काफी मुश्किल है। वहीं राज्य में मौजूद अथॉरिटीज भी आतंकी संगठनों के खिलाफ एक्शन लेने में काफी नरमी बरतते हैं। इसकी वजह से भी मुश्किलें काफी बढ़ जाती हैं।