कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी, इस मामले में कभी भी हो सकते हैं गिरफ्तार
गाजियाबाद। फेमस कोरियोग्राफर और डायरेक्टर रेमो डिसूजा को पांच करोड़ रुपये हड़पने के आरोप में कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की एक अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। बता दें, वर्ष 2016 में रेमों डिसूजा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था जिसकी सुनवाई गाजियाबाद जिला अदालत में चल रही थी। रेमो के खिलाफ गैर जमानती वारंट उनके कोर्ट में पेश न होने के बाद जारी किया गया है।
पांच करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का आरोप
रेमो डिसूजा बॉलीवुड जगत में माना जाना नाम है, फिल्मी दुनिया के टॉप कोरियोग्राफरों में उनका नाम आता है। रेमो ने कई फिल्मों को डायरेक्ट भी किया है जिसमें से रेस-3, ABCD और ए फ्लाइंग जट जैसी कई बड़ी फिल्में हैं। रेमो पर धोखाधड़ी का मामला 3 साल पुराना है, मोरटी गांव के रहने वाले सतेंद्र त्यागी ने साल 2016 में सिहानी गेट थाने में रेमों के खिलाफ केस दर्ज कराया। रेमो पर आरोप है कि वह एक बड़ी फिल्म में मोटे मुनाफे का लालच देकर शिकायतकर्ता से पांच करोड़ रुपये अपनी मूवी में लगवा दिए।
अंडरवर्ल्ड दिलाई धमकी
सतेंद्र त्यागी ने बताया कि, उन्हें जीडीए द्वारा जमीन अधिग्रहण करने पर 5 करोड़ रुपये मिले थे जिसको उन्होंने रेमो के झांसे में आकर फिल्म में लगा दिए। सतेंद्र का कहना है कि, वर्ष 2013 में उन्होंने रेमो कि फिल्म 'अमर...मस्ट डाई' नाम की फिल्म में पैसा लगाया। रेमों डिसूजा ने कहा कि वह 1 साल में 5 करोड़ के 10 करोड़ रुपये लौटाएंगे, लेकिन जब सतेंद्र ने पैसे वापस मांगे तो 13 दिसंबर 2016 को उन्होंने अंडरवर्ल्ड से उनको धमकी दिलवाई। सतेंद्र को धमकी मिली कि अगर उन्होंने अपने पैसे दोबारा मांगे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा।
कभी भी हो सकते हैं गिरफ्तार
धोखाधड़ी केस में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद रेमो डिसूजा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सुनवाई को दौरान कार्ट में उपस्थित न होने पर यह वारंट जारी किया गया है। वहीं, गाजियाबाद पुलिस ने मुंबई जाकर रेमो को गिरफ्तार करने के लिए आईजी से अनुमति मांगी है, पुलिस कभी भी उनको अरेस्ट करने के लिए रवाना हो सकती है। पुलिस ने बताया कि रेमो डिसूजा को गिरफ्तार करने की कोई समय सीमा नहीं है लेकिन, आरोपी को जल्द कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा।