रेल बजट खत्म करने को लेकर मोदी सरकार पर बरसे नीतीश
नई दिल्ली। रेल बजट को आम बजट में मिला देने के मोदी सरकार के फैसले की नीतीश कुमार ने आलोचना की है।
केन्द्र
सरकार
ने
फैसला
किया
है
कि
अगले
साल
से
रेल
बजट
अलग
से
संसद
में
पेश
नहीं
किया
जाएगा।
रेल
बजट
को
आम
बजट
में
ही
शामिल
किया
जाएगा।
केन्द्र की मोदी सरकार के इस फैसले पर एतराज जताते हुए पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मोदी सरकार का ये कदम ठीक नहीं है।
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नीतीश कुमार ने कहा कि भारतीय रेलवे की दुनियाभर में एक पहचान है लेकिन मोदी सरकार के इस फैसले के बाद देश के इस सबसे बड़े सार्वजनिक वाहक की स्वायत्तता ही खत्म हो जाएगी।
1924 से अलग पेश हो रहा रेल बजट
खबरों के मुताबिक, ब्रिटिश काल (1924) से अलग रेल बजट की प्रथा को केन्द्र सरकार खत्म करने का फैसला ले लिया है। इस बाबत वित्त और रेल मंत्रालयों के मंत्री और आला-अधिकारियों के बीच भी बातचीत हो चुकी है।
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वित्त मंत्रालय ने एक पांच सदस्यों की कमेटी का गठन किया है, जो रेल बजट को खत्म करके उसे आम बजट के साथ मिलाने की प्रक्रिया को अंजाम देगी।
रेल बजट को खत्म करने की मांग नीति आयोग के दो सदस्यों बिबेक ओबेरॉय और किशोर देसाई की कमेटी की तरफ से दी गई थी, जिसके बाद केन्द्र सरकार ने भी इसे सही माना है।